रूस ने इस साल फरवरी में जब यूक्रेन पर हमला किया था, उस समय किसी को अंदाजा नहीं था कि यूक्रेन इतने समय तक खुद को बचाए रखने के लिए जद्दोजहद कर पाएगा. अब स्थिति ऐसी हो गई है कि यूक्रेन धीरे-धीरे रूस द्वारा कब्जाए अपने कई इलाकों को वापस मुक्त करा रहा है.
यूक्रेन ने हाल ही में दक्षिण में निप्रो नदी के किनारे बसे गांवों को दोबारा अपने कब्जे में ले लिया है. इसे खेरसन क्षेत्र में उनकी सबसे बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है. कई इलाकों से रूस की सेना को पीछे हटना पड़ा है.
यूक्रेन के गृह मंत्रालय के सलाहकार एंटन गेरास्चेनको ने इसकी पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें देखा जा सकता है कि यूक्रेनी सैनिक इन इलाकों में अपना झंडा फहरा रही है.
इससे पहली यूक्रेन की सेना ने दक्षिणी यूक्रेन के दो कस्बों पर दोबारा नियंत्रण कर लिया था. यूक्रेन लगातार दक्षिणी और पूर्वी इलाकों में अपने शहरों पर दोबारा कब्जा जमाता जा रहा है. यूक्रेन की सेनाओं के इस पलटवार से यह संभावना बढ़ रही है कि डोनबास के कई शहरों पर वह जीत की ओर बढ़ रही है.
जेलेंस्की ने रविवार रात को बताया कि यूक्रेन की सेना ने खेरसान क्षेत्र के अरखानहेल्स्के (Arkhanhelske) और मायरोलीबीविका (Myrolyubivka) की छोटी बस्तियों पर नियंत्रण पा लिया है. उन्होंने कहा था कि यूक्रेन की सेना की सफलता दोनेत्स्क के लाइमैन (Lyman) पर दोबारा कब्जे तक सीमित नहीं है. खेरसन के कई इलाकों पर दोबारा नियंत्रण कर लिया गया है.
रूस के खिलाफ इस युद्ध में अमेरिका लगातार यूक्रेन की मदद कर रहा है.अमेरिका ने यूक्रेन को 62.5 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता देने का भी ऐलान किया है. इसमें सैन्य मदद भी शामिल है, जिसमें HIMARS और हॉवित्जर तोपें भी शामिल हैं. बाइडेन सरकार का कहना है कि वह यूक्रेन को मीडियम रेंज के हाईटेक रॉकेट सिस्टम भेज रहा है.
हाई मोबिलिटी आर्टिलियरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) एक लाइट मल्टिपल रॉकेट लॉन्चर हैं. लेकिन यह लंबी रेंज की मिसाइल भी दाग सकता है. इसका 2010 से लगातार अलग-अलग युद्धों में उपयोग किया जा चुका है. इसकी लंबाई 23 फीट होती है. इसे चलाने के लिए तीन लोगों की जरूरत है. इसकी रेंज दो किलोमीटर से लेकर 300 किलोमीटर तक हैं. इसमें 227 मिलीमीटर के 6 रॉकेट्स का सेट होता है. हिमार्स लॉन्चर को 85 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से 480 किलोमीटर की रेंज तक ले जाया जा सकता है.
हॉवित्जर तोपों ने अफगानिस्तान युद्ध, इराक वॉर, सीरिया वॉर समेत कई युद्धों में अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया है. इसे चलाने के लिए 8 क्रू की जरूरत होती है. यह एक मिनट में 7 गोले दाग सकता है. इसके गोले की रेंज 24 से 40 किलोमीटर है. इसका गोला करीब एक किलोमीटर प्रति सेकेंड की गति से चलता है.