उत्तराखंड के हल्द्वानी में बरेली-नैनीताल हाईवे पर शनिवार देर रात तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से ऑल्टो कार में सवार टाइल्स ठेकेदार सहित उनके परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई, जबकि ठेकेदार की पत्नी और भाई घायल हो गए। दोनों घायलों को एसटीएच में भर्ती कराया गया है। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखचे उड़ गए। कार की बॉडी काटकर घायलों को मुश्किल से बाहर निकाला गया।
वहीं, लोगों का आराेप है कि एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के बाद भी कोई पुलिस अधिकारी अस्पताल में झांकने तक नहीं आया। भीड़ सुरक्षाकर्मियों को धकेलते हुए अस्पताल के आपातकालीन चिकित्सा कक्ष में घुस गई थी। लालकुआं रोड पर दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर कांग्रेस नेता अब्दुल मतीन सिद्दीकी के भाई जावेद अपने दोस्तों के साथ गए। वहां स्थानीय लोग कार से घायलों को निकालने में जुटे थे, लेकिन स्थानीय पुलिस नदारद थी। इस बीच रास्ते से गुजर रहे आरटीओ रोड चौकी प्रभारी निर्मल सिंह लटवाल और मनोज ने घायलों को निकालने में मदद की। जावेद का कहना था कि स्थानीय पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी। अस्पताल में घायलों को देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। अस्पताल में देर रात तक चीख-पुकार मची रही।
इस दौरान अस्पताल में भीड़ बढ़ती देख कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों ने आपातकालीन कक्ष का दरवाजा बंद करने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ अंदर घुस गई। अंदर डॉक्टरों और नर्सों का काम करना मुश्किल हो गया। काफी देर बाद कोतवाली थाने के एक दरोगा अस्पताल पहुंचे। दरोगा ने भीड़ को हटने का अनुरोध किया लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं था। दो घंटे बाद कोतवाली थाने की पुलिस अस्पताल पहुंची।
बता दें कि हल्द्वानी में इंदिरानगर बड़ी रोड निवासी टाइल्स के ठेकेदार शाहिद रजा (35) अपने भांजे की सगाई में शामिल होने के लिए परिवार के साथ शुक्रवार को सितारगंज गए थे। समारोह के बाद शनिवार की रात शाहिद ऑल्टो कार से घर लौट रहे थे।