आज से 37 साल पहले 31 मार्च 1983 को आए पॉपायान भूकंप (Popayan Earthquake) ने कोलंबिया (Colombia) को लंबे समय के लिए दशहत में डाल दिया था. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप (Earthquake) की तीव्रता 5.5 की मापी गई थी, जिसका केंद्र पोपायान के दक्षिण-पश्चिम में 12 से 15 किलोमीटर की गहराई में था. इस भूकंप ने कोलंबिया को पूरी तरह से बदल दिया. 267 लोगों की जान लेने वाले इस भूकंप के बाद कोलंबिया ने नए कानून पारित किए जिसके तहत भूकंपों से बचाव के लिए रिस्क ज़ोन (Risk Zone) में भूकंप रोधी निर्माण सामग्री की जरूरत को अनिवार्य किया गया.
1983 का भूकंप उस साल ‘Maundy Thursday’ को 8:13 बजे आया था. हालांकि यह आधे मिनट से भी कम समय तक रहा लेकिन इसने बेहद बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया. इसमें 267 लोग मारे गए और 7,500 लोग घायल हो गए. भूकंप के झटके से 14,000 इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं, जिनमें से ज्यादातर शहर का ऐतिहासिक केंद्र थीं. इनमें 6,885 इमारतें 50 प्रतिशत से ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गईं और बाकि 4,500 इमारतों को मामूली नुकसान पहुंचा. भूकंप से 2,470 घर भी ढह गए थे.
आसपास के कस्बों और इलाकों में हुई मौतें
अनुमान है कि इस भूकंप से करीब 50 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था. इससे लोकल इंफ्रास्ट्रक्चर को भी भारी क्षति पहुंची थी. लोगों को कई दिनों तक बिना बिजली और पानी के रहने के लिए मजबूर होना पड़ा. संचार सेवाएं प्रभावित हुईं और शहर के एयरपोर्ट को नुकसान पहुंचा, जिसका मतलब था कि इसका इस्तेमाल छोटे विमानों और हेलीकॉप्टर्स के लिए ही किया जा सकता था. घायलों में से कईयों को पास के बड़े शहर कैली ले जाना पड़ा. भूकंप ने आसपास के कई कस्बों और क्षेत्रों को प्रभावित किया और काजीबियो में कम से कम 10 लोग मारे गए. कोलंबिया के तत्कालीन राष्ट्रपति बेलिसारियो बेटनूर ने सरकार के दूसरे सदस्यों के साथ भूकंप प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और आपदा के बाद हुए अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया.
देशों ने बढ़ाए मदद के हाथ
सरकार से विश्व बैंक से कर्ज लिया और शहर में 80 मिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई, जिसमें से आधी राशि का इस्तेमाल पुनर्निर्माण और बाकी का इस्तेमाल आर्थिक उत्थान के लिए किया जाना था. कोलंबिया को अन्य देशों से भी मदद मिली. स्पेनिश रेड क्रॉस ने घायलों की मदद के लिए सामग्री भेजी तो स्पेन सरकार ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया. वहीं वेनेजुएला ने बचे लोगों को चिकित्सा सहायता मुहैया कराने के लिए एक विमान भेजा और अमेरिका ने 700,000 अमेरिकी डॉलर की सामग्री और चिकित्सा आपूर्ति भेजी.
कोलंबिया ने बनाया नया कानून
कई एक और दो मंजिला इमारतें जो क्षतिग्रस्त हुईं, उनका निर्माण ऐसी सामग्री से किया गया था जो भूकंप को नहीं झेल सकती थीं. ये इमारतें इस धारणा के साथ बनाई गई थीं कि ये पृथ्वी के किसी भी झटके से अप्रभावित रहेंगी. इसका नतीजा ये हुआ कि कोलंबिया की सरकार ने एक नया भवन कोड पारित किया, जिसमें भूकंप का सामना करने में सक्षम इमारतों के निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया गया. भूकंपीय परिवर्तनों की निगरानी करने के लिए कोलम्बियाई भूकंपीय नेटवर्क की स्थापना भी की गई.