अगर आप नया स्मार्टफोन खरीदने का मन बना रहे हैं तो आपके लिए बुरी खबर है. 1 अप्रैल से फोन्स की कीमत बढ़ने वाली है. यानी अब आपको अपना पसंदीदा फोन खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे.
असल में इस साल बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोबाइल पार्ट्स, मोबाइल एसेसरीज जैसे चार्जर, एडॉप्टर, गैजेट्स बैटरी और हेडफोन पर इंपोर्ट ड्यूटी 2.5 फीसदी बढ़ाने की घोषणा की है. जाहिर सी बात है कि मोबाइल पार्ट्स महंगे होने से स्मार्टफोन की कीमत भी बढ़ेगी. पिछले 4 सालों पर गौर करें तो इन सभी प्रोडक्ट्स की कीमत लगभग 10 प्रतिशत तक बढ़ी है. ऐसे में अगर आप नया फोन खरीदना चाह रहे हैं तो तुरंत ही खरीददारी कर लें आपके पास बस आज का ही मौका है.
क्यों बढ़ाई जा रहे इंपोर्ट ड्यूटी
बता दें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा था कि सरकार डोमेस्टिक इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना चाहती है और पिछले कुछ सालों में इसमें बढ़ोतरी भी हुई है. सरकार का फोकस अब आत्मनिर्भर भारत की ओर है. सरकार के मुताबिक इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के चलते बाहर से आने वाला सामान महंगा हो जाएगा और ऐसे में कंपनियां इसे देश में ही स्मार्टफोन तैयार करने पर जोर देंगी और घरेलू प्रोडक्ट्स के होने से फोन के दाम में इजाफा नहीं होगा.
कितने महंगे होंगे स्मार्टफोन
लो बजट वाले स्मार्टफोन से शुरू करें तो इनकी कीमतों पर करीब 100 रुपये तक का इजाफा हो सकता है. वहीं मिड बजट और प्रीमियम स्मार्टफोन की कीमत में ज्यादा फर्क देखा जा सकता है. अगर 2.5 प्रतिशत के इंपोर्ट ड्यूटी इजाफे को देखा जाए तो 10 हजार रुपये के फोन के लिए 10250 रुपये तक देने पड़ सकते हैं. ऐसे ही प्रीमियम फोन के लिए आपको और ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे.
दाम कम करने के लिए एक्सेसरीज नहीं देंगी कंपनियां
पिछले कुछ दिनों में लॉन्च हुए एपल, शाओमी के स्मार्टफोन के साथ मिल रहे बॉक्स से चार्जर गायब हो गया है. वहीं कुछ और कंपनियों ने चार्जर और दूसरी चीजों को हटाने का इशारा किया है. ऐसा माना जा रहा है कि कंपनियां अपने ग्राहकों को बनाए रखने के लिए और कीमतों को मेंटेन रखने के लिए एक्सेसरीज को हटाकर बढ़े हुए दाम की भरपाई कर सकती हैं. साथ ही कंपनियां वॉयरलेस चार्जिंग पर भी जोर दे रही हैं.