बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने है। जिस वजह से बिहार की राजनीति में एक बार फिर उठा-पटक शुरू हो गई है। अब तक बिहार में बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन की बात हो रही थी लेकिन अब इस महागठबंधन पर भी संकट आ गया है। दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने ज्यादा सीटों के साथ मैदान में उतरने का दावा किया है। आरजेडी ने ऐलान किया है कि वह राज्य की 160 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। जिसके बाद कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। इतना ही नहीं, आरजेडी के इस दावे के बाद साफ हो गया कि बिहार के गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है।
राजद नेता विजय प्रकाश ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के पास पहले से ही 80 विधायक है। ऐसे में हमारी पार्टी राजद गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए हम कम से कम 160 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, आरजेडी के इस दावे को कांग्रेस ज्यादा गंभीरता से नहीं ले रही है। कांग्रेस का मानना है कि किसी के दावे से कुछ नहीं होता। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने कहा कि कौन क्या दावा करता है फिलहाल उसका कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस कितनी सीटों पर जीत सकती है इसका आंकड़ा आलाकमान को भेज दिया गया है। अब अगले हफ्ते तक आलाकमान सारी बातों का फैसला ले लेगी। इसलिए स्थानिय स्तर पर बात करने का कोई मतलब नहीं है।
वहीं, दूसरी तरफ आरजेडी के इस ऐलान को गठबंधन के सहयोगी दल रालोपसा ने भी नकार दिया है। रालोसपा के मुख्य प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि सीट का बंटवारा महागठबंधन की बैठक के बाद ही होगा। बिना बैठक के अगर कोई दावा करता है तो इसका कोई मतलब नहीं होगा। राजद का दावा पूरी तरह से निराधार है। बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस के बीच चुनाव तय समय पर होंगे। जिसका ऐलान चुनाव आयोग द्वारा किया गया है। इसके लिए चुनाव आयोग ने कई सख्त तैयारियां की हुई है।