विश्व कप क्वालिफायर में नेपाल की फर्जी टीम से खेलने के मामले में अंतरराष्ट्रीय टेंट पेगिंग फेडरेशन (आईटीपीएफ) ने चारों भारतीय घुड़सवारों पर दो साल का प्रतिबंध लगाने को कहा है।
यही नहीं आईटीपीएफ ने इस मामले में भारतीय घुड़सवारी संघ (ईएफआई) से माफी मांगने को कहा है, लेकिन ईएफआई ने इस फैसले को मानने से इंकार कर दिया है। ईएफआई का कहना है कि वह खुद जांच करा रहे हैं।
15 से 18 मार्च को ग्रेटर नोएडा में हुए विश्व कप क्वालिफायर में चार भारतीय घुड़सवारों को नेपाल की टीम से उतार दिया गया था। आईटीपीएफ ने निर्देश दिए कि चारों भारतीय घुड़सवारों पर 29 जून 2021 से दो साल का प्रतिबंध लगाया जाए।
ईएफआई के संयुक्त सचिव लेफ्टिनेंट कर्नल एमएम रहमान का कहना है कि जब तक उनकी ओर से जांच पूरी नहीं हो जाती है तब तक आईटीपीएफ को कार्रवाई का हक नहीं है। इस घटना को 8 माह होने वाले हैं, लेकिन ईएफआई की जांच पूरी नहीं हुई है।