बुधवार को उत्तराखंड के नौ जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसी क्रम में देहरादून में भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार को देहरादून में सुबह से बादल छाए रहे और अंधेरा छा गया। जिसके बाद बारिश शुरू हो गई। वहीं रुड़की में महज आधे घंटे की बारिश में शहर तालाब बन गया। मसूरी में बादल और कोहरा छाया रहा।
केदारनाथ में बादल छाए रहे। रुद्रप्रयाग जिले के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हुए। यहां हाईवे पर यातायात सुचारू है। उत्तरकाशी में गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में बादल छाए रहे। गंगोत्री व यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सुचारू हैं। चमोली में रात में बारिश हुई जो बुधवार की सुबह थम गई। यहां बदरीनाथ हाईवे पर यात्रा सुचारू है। पौड़ी, कोटद्वार, रुड़की, ऋषिकेश में अभी बादल छाए हुए हैं। हरिद्वार में बुधवार की सुबह तेज बारिश हुई।
बुधवार को देहरादून, नैनीताल समेत नौ जिलों में भारी से अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून समेत 10 जिलों में आज स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
रुड़की में गलियों से लेकर राजमार्ग तक पानी भर गया
आधे घंटे की बारिश में बुधवार को रुड़की शहर के ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोल दी। गलियों से लेकर राजमार्ग तक पानी भर गया है। रामपुर चुंगी पर तो दो पहिया वाहन तेज बहाव में फंसकर बंद हो गए। वैसे तो रुड़की व आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही बादल छाए हुए थे। इसके बाद झमाझम बारिश शुरू हो गई।
इसके साथ ही विभिन्न कालोनियों में पानी भरना शुरू हो गया। रुड़की रेलवे रोड पर मालवीय चौक के समीप जल भरा हुआ तो अंबर तालाब और सिविल लाइन स्थित बलिदानी चंद्रशेखर आजाद चौक पर भी जलभराव हो गया। आजाद नगर पुरानी तहसील कृष्णा नगर राजेंद्र नगर साउथ सिविल लाइन समेत कई इलाकों में जलभराव हो गया।
दिल्ली देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिविल अस्पताल के सामने ही जलभराव हो गया। यहां पर जेसीबी की मदद से राजमार्ग पर जमा पानी को निकाला गया। इसके बाद रामपुर चुंगी पर जलभराव होने से परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं रामपुर मंडी में भी पानी भर जाने की वजह से किसानों और व्यापारियों की सब्जियां पानी में बह गई हैं। यहां मुश्किल से सब्जियों को पानी से बाहर निकाला गया। यहां पर दो पहिया वाहन चालकों के वाहन भी बारिश की वजह से बंद हो गए।
पैदल ही वाहनों को बाहर निकाला गया। वहीं दिल्ली देहरादून राजमार्ग के सालियर स्थित अंडरपास में भी पानी भरने की वजह से कई वाहन फंसे रहे। नागरिकों में इस बात को लेकर आक्रोश है कि नगर निगम प्रशासन इस बार जलभराव को लेकर तमाम दावे करता रहा, लेकिन हल्की बारिश में ही पूरा शहर जलमग्न हो जा रहा है। नगर निगम की ओर से नाला सफाई के नाम पर लाखों रुपए के बजट को ठिकाने लगाया गया है।