शांतिभंग करने के आरोप में पकड़े गए आरोपी को छुड़ाने एक नहीं उसकी दो पत्नियां थाने पहुंच गई। फिर क्या था, एक ने दरोगा का गिरेबान पकड़ा तो दूसरी ने उनका मोबाइल फेंक दिया। दोनों ने पति को छुड़ाने के लिए थाने में खूब हंगामा मचाया। महिलाओं ने कहा कि अभी हम जिंदा हैं, सुहाग को जेल नहीं जाने देंगी। दोनों ने थाने में जमकर हंगामा किया। किसी तरह उन्हें काबू किया गया। उनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी पर हमला करने का मामला दर्ज कर लिया गया।
साउथ रोहिणी थाना पुलिस ने महेश को किसी पूछताछ के सिलसिले में थाने में बुलाया था। इस दौरान महेश मोबाइल से वीडियो बनाने लगा। जांच अधिकारी ने उसे ऐसा करने से मना किया तो महेश थाने में हंगामा करने लगा। काफी समझाने पर भी वह शांत नहीं हुआ। तब पुलिस ने उसे शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। इस बात की जानकारी मिलते ही महेश की दो पत्नियां थाने पहुंच गई। उस समय पुलिसकर्मी महेश को हवालात ले जा रहे थे। यह देखकर दोनों ने पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। महिलाओं को हंगामा करते देख उपनिरीक्षक अपने मोबाइल से वीडियो बनाने लगे। जिसे देख महिला न भड़क गई और उसने पुलिसकर्मी का मोबाइल छिनकर फेंक दिया। पुलिस ने महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।