त्रिपुरा (Tripura) में खोवई स्थित रामचंद्रघाट (Ramchandraghat) में मानसिक रूप से अस्थिर एक व्यक्ति ने अपनी दो बेटियों समेत पांच लोगों की हत्या (Murder) कर दी. इस हमले में जान गंवाने वालों में एक पुलिसकर्मी भी शामिल है. पुलिस ने इस घटना की जानकारी शनिवार को दी. हालांकि, स्थानीय लोगों की मदद से आरोपी को पकड़ लिया गया है. वहीं, पुलिस को आरोपी नाराज भीड़ से बचाने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान दो लोग घायल भी हुए हैं, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी प्रदीप देबरॉय शुक्रवार को नियंत्रण से बाहर हो गया था. इस दौरान उसने अपनी एक और सात वर्षीय दो बेटियों की हत्या कर दी. देबरॉय ने अपनी पत्नी मीना पॉल पर भी हमला कर घायल कर दिया. जब आरोपी का बड़े भाई प्रबीर ने उसे रोकने की कोशिश की, तो प्रदीप ने उसके सिर पर भी प्रहार कर दिया, जिसके भाई की मौके पर ही मौत हो गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद प्रदीप धारधार हथियार लेकर इलाके में घूमने लगा. वह सड़क पर रुका, जहां उसकी नजर खड़े ऑटो रिक्शा पर पड़ी. प्रदीप ने रिक्शा में बैठे यात्रियों पर हमला कर दिया, जिसमें 54 वर्षीय कृष्ण दास की मौत हो गई. इस घटना में दास का बेटा भी गंभीर रूप से घायल हो गया. इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.
गांववालों की सूचना पर खोवाई पुलिस स्टेशन के सत्यजीत मलिक की अगुवाई में वहां पर पहुंची. पुलिस को देखते ही प्रदीप ने मलिक पर हमला कर दिया, जिसके चलते उन्हें गंभीर चोटें आई और वे बेहोश होकर गिर गए. प्रदीप को पकड़ने के दौरान एक पुलिसकर्मी और घायल हुआ. मलिक को स्थानीय अस्पताल से अगरतला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. हालात इतने बेकाबू हो गए थे कि पड़ोसियों ने डर के कारण खुद को घरों में कैद कर लिया था. हालांकि, बाद में स्थिति को बिगड़ते देख लोगों ने उसे पकड़ा. पड़ोसियों ने दावा किया है कि प्रदीप छोटा व्यापारी है और उसे गांजा की लत है. साथ ही वह अवसाद से भी ग्रस्त था. वह कुछ दिनों से काम नहीं होने के चलते घर पर था और उनका परिवार आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहा था. पत्नी के साथ घरेलू बात पर हुई बहस के बाद वह नाराज हो गया था.