दुबई की अमीरात एयरलाइन (Emirates airline) का एक विज्ञापन फिर से सुर्खियों में छा गया है. दरअसल, इसमें एक बार फिर वही एयर होस्टेस शामिल हैं, जो पिछले साल दुनिया की सबसे ऊंची इमारत के ऊपर खड़ी होकर वायरल हुई थी. हालांकि, इस बार अमीरात एयरलाइंस का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें एयर होस्टेस ने अधिक खतरा मोल लिया है. पेशेवर स्काइडाइविंग इंस्ट्रक्टर निकोल स्मिथ-लुडविक (Nicole Smith-Ludvik) एयर होस्टेस की ड्रेस पहनकर फिर से दुबई की 2,722 फीट ऊंची बुर्ज खलीफा (Burj Khalifa) इमारत के ऊपर चढ़ीं.
एक हाथ में तख्तियां लिए हउुए निकोल ने जोक किया, ‘मैं अभी भी यहां पर हूं!’ इसके बाद वह तख्तियों को बदलती हैं, जिसमें से एक पर लिखा है, ‘आखिरकार, मेरे दोस्त यहां आ ही गए.’ इसके तुरंत बाद एक विशालकाय अमीरात A380 एयरबस पास से गुजरता है, जो दुनिया का सबसे बड़ा पैसेंजर विमान है. इस दौरान विमान और बुर्ज खलीफा के बीच कुछ मीटर की ही दूरी होती है. ये विज्ञापन अमीरात एयरलाइंस का लेटेस्ट एड था. इस विज्ञापन के रिलीज होने के कुछ समय बाद ही यूट्यूब पर एक दूसरा वीडियो भी पोस्ट किया गया, जिसमें लाखों लोगों ने देखा कि किस तरह से इस स्टंट को किया गया था.
एयरलाइन ने बताया कैसे बनाया वीडियो
ये स्टंट वाला वीडियो दुबई एक्सपो 2020 के तहत तैयार किया गया. दुबई एक्सपो 2020 (Dubai Expo) एक अक्टूबर 2021 से लेकर 31 मार्च 2022 तक चलने वाला है. इसने 192 देश हिस्सा लेते हैं और अपनी टेक्नोलॉजी को दिखाते हैं. अमीरात का विमान काफी रंगबिरंगा है और निकोल अपने इस स्टंट के जरिए लोगों को दुबई एक्सपो में आने के लिए आमंत्रित कर रही हैं. एयरलाइन ने इस स्टंट को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि ये विमान बुर्ज खलीफा से आधा मील दूर उड़ रहा था. लेकिन कैमरा वर्क के जरिए इसे ऐसा दिखाया गया कि ये बिल्कुल निकोल के पास से ही गुजर रहा है.
166 मील की रफ्तार से उड़ रहा था विमान
वहीं, इन सबके बाद भी इस स्टंट को करने में बहुत ही अधिक जोखिम था. बेहतरीन शॉट के लिए एयरबस को निकोल के पास से 11 बार गुजरना पड़ा. इस दौरान विमान की रफ्तार 166 मील प्रति घंटा रही. हालांकि, इस विशालकाय विमान के लिए ये रफ्तार बेहद ही कम है. आमतौर पर ये विमान 600 मील प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भरता है. वहीं, स्टंट के दौरान पायलटों को दुनिया के सबसे बड़े यात्री विमान को 166 मील प्रति घंटे की रफ्तार पर बनाए रखना था. साथ ही विमान को 3,000 फीट से कम पर भी रखना था. अगर इस दौरान कुछ भी गलत हुआ होता तो बड़ा हादसा हो सकता था.