चीन से चल रही तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस साल दशहरा के मौके पर शस्त्र-पूजा सैनिकों के साथ एलएसी पर सिक्किम के नाथूला दर्रे पर करेंगे. दो दिवसीय दौरे के दौरान रक्षा मंत्री शनिवार को सेना की सुकना स्थित 33वीं कोर (सिलिगुड़ी) पहुचेंगे और फिर वहां से सिक्किम जाएंगे. पिछले साल रक्षा मंत्री ने फ्रांस में रफाल लड़ाकू विमानों के साथ शस्त्र-पूजा की थी. जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार यानि दशहरा के अवसर पर चीन सीमा से सटे नाथूला दर्रे पर सैनिकों के साथ शस्त्र-पूजा करेंगे. इस दौरान थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे भी उनके साथ होंगे. रक्षा मंत्री नाथूला दर्रे के करीब ही सैनिकों से मुलाकात कर उन्हें संबोधन भी करेंगे.
पूर्वी लद्दाख से सटी लाइन ऑफ एक्चुयल कंट्रोल यानि एलएसी पर हालिया तनाव के साथ साथ सिक्किम से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भी इस वक्त तनाव के हालात बने हुए हैं. इस साल मई के महीने में जब पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी पर तनाव शुरू हुआ था उसी वक्त नार्थ-सिक्किम के नाकू-ला दर्रे (नाथूला नहीं) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच मार-पीट और धक्का मुक्की की घटना सामने आई थी. इस घटना का वीडियो भी सामने आया था. इस घटना के बाद से कई बार ऐसी रिपोर्ट्स सामने आईं जब पता चला कि चीन की पीएलए सेना सिक्किम और उससे सटे डोकलाम इलाके में अपनी तैनाती बढ़ा रही है, लेकिन संघर्ष या फिर फेसऑफ की कोई घटना सामने नहीं आई.आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हर साल दशहरा के मौके पर हथियारों और लड़ाकू विमानों के साथ शस्त्र-पूजा करते हैं.
पिछले साल दशहरा के मौके पर राजनाथ सिंह ने फ्रांस मे पहले रफाल लड़ाकू विमान की डिलीवरी ली थी और वहीं पर रफाल की शस्त्र-पूजा की थी. जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को सिलिगुड़ी के करीब सुकना में 33वीं कोर (त्रिशक्ति कोर) के मुख्यालय जाएंगे और वरिष्ट सैन्य अधिकारियों से ऑपरेशन्ल तैयारियों की जानकारी लेंगे. सुकना कोर के ही जिम्मेदारी एलएसी से सटे पूरे सिक्किम क्षेत्र के साथ साथ डोकलम की भी है. वर्ष 2017 में ही डोकलम में भारत और चीन की सेनाओं में 73 लंबा फेसऑफ चला था. शनिवार को ही रक्षा मंत्री सुकना कोर के करीब दार्जलिंग में ही रक्षा मंत्री सेना की छावनी में सैनिकों के साथ मुलाकात करेंगे. शाम को राजनाथ सिंह गंगटोक पहुंचेंगे. रविवार यानि दशहरा के दिन वे सिक्किम में एलएसी के करीब बीआरओ यानि बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन द्वारा तैयार की गई सड़क का उदघाटन करेंगे और नाथूला दर्रे पर सेना के ‘गैरिसन’ में सैनिकों के साथ शस्त्र-पूजा करेंगे.