चीन के दबाव में पाकिस्तान की इकॉनमिक कोओर्डिनेशन कमिटी ने दासु डैम आतंकी हमले में मारे गए और घायल हुए चीनी श्रमिकों के परिवारों को 86 करोड़ रुपये के मुआवजे को मंजूरी दी है। बता दें कि दासु हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट वर्ल्ड बैंक द्वारा वित्त पोषित है और चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के दायरे में नहीं आती है।
14 जुलाई 2021 को हुआ था हमला
बता दें कि दासु हमले में 10 नागरिकों की मौत हो चुकी थी और 28 लोग घायल हो गए थे। खैबर पख्तूनख्वा में चीनी कामगारों को ले जा रही एक बस पर 14 जुलाई 2021 को आतंकी हमला हुआ था। चीनी कामगार और उनके साथ आए पाकिस्तानी कर्मचारी प्रोजेक्ट कैंप पर जा रहे थे, उस वक्त हमला हुआ था। इस हमले में चार पाकिस्तानी नागरिकों की भी मौत हो गई थी।
नागरिकों को सुरक्षा को लेकर चीन ने पाकिस्तान को लताड़ा था
पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर बढ़ते हमले को लेकर बीजिंग ने इस्लामाबाद को खरी-खोटी सुनाते हुए कार्रवाई की मांग की थी। कार्रवाई में पाकिस्तान की ओर से ढीले रवैए को देखते हुए चीन ने कई प्रोजेक्ट्स पर काम करना बंद कर दिया था। इसके कारण पाकिस्तान और चीन के संबंधों में भी असर पड़ने लगा था। चीन ने पाकिस्तान से पाकिस्तान में चीनी नागरिकों और प्रोजेक्ट्स को सुरक्षित करने को कहा है।
2050 तक 50 लाख चीनी पाकिस्तान में काम करेंगे
पाकिस्तान में चीन के बढ़ते दबदबे के बीच अधिकारियों ने बताया है कि 2025 तक 50 लाख से अधिक चीनी नागरिक इस्लामिक देश में काम करेंगे। चीन की नाराजगी को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए हैं। पाकिस्तान की सेना ने CPEC और उसके कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए एक विशेष सुरक्षा डिवीजन भी बनाया है।