कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर मुस्लिम समाज के लिए फतवा जारी किया गया है. नायब मुफ्ती जसीम दाद ने कहा है कि अपनी जान की हिफाजत जरूरी है. दरअसल, एसडीएम जमील खान ने दारुल कजा व इफ्ता में आवेदन देकर पूछा था कि कोरोना वैक्सीन को लेकर शरई हुक्म क्या है? सेहत की हिफाजत के लिए वैक्सीन लगवाने में शरीयत क्या कहती है? उसी के जवाब में कहा गया कि वैक्सीनेशन सभी के लिए जरूरी है. आने वाले रमजान महीने में वैक्सीनेशन के लिए खास इंतजाम किए जाएंगे.
समाज को जागरूक करने और प्रेरणा देने के लिए शहर के उलेमा पहले ही वैक्सीनेशन करवा चुके हैं. शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी, शहर मुफ्ती मोहम्मद अबुल कलाम कासमी समेत सभी उलेमाओं ने मस्जिद कमेटी दफ्तर में सभी प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में वैक्सीन लगवाई थी. इस दौरान उन्होंने लोगों से अपील भी की थी कि बीमारी से बचाव के लिए जरूरी इलाज लिया जाना चाहिए.
शहर भर में लगेंगे कैंप
एसडीएम जमील खान ने बताया कि सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक शहर में वैक्सीनेशन कैंप लगाए जा रहे हैं. तय आयु वर्ग के मुताबिक ही लोगों को वैक्सीन लगाई जाएंगी. उन्होंने बताया कि इन शिविरों की शुरुआत शनिवार से होगी. ताजुल मस्जिद में होने वाले कैंप में सभी उलेमा और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहेंगे.
दूसरे डोज के खास इंतजाम
एसडीएम जमील खान ने बताया कि पहला डोज लगाने के 28 दिन बाद दूसरा डोज लेना है. इस दौरान रमजान शुरू होने के चलते मुस्लिम धर्मावलंबियों को दिक्कत हो सकती है. इसके चलते खास व्यवस्थाएं की जा रही हैं. चूंकि रमजान माह में रोज़ा के दोरान इंजेक्शन नहीं लगवाया जा सकता. ऐसे में मुस्लिम धर्मावलंबियों के लिए रात को रोजा इफ्तार के बाद वैक्सीनेशन कैंप लगाए जाएंगे. इस दौरान इस बात की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी कि रात्रिकालीन कर्फ्यू की वजह से लोगों को वैक्सीनेशन कैंप तक पहुंचने में दिक्कत न हो.