किसानों के समर्थन में देश के अलग-अलग जगहों पर कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है। दिल्ली में एलजी हाउस के बाहर राहुल और प्रियंका की अगुवाई में कांग्रेसी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। लखनऊ में भी कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन के दौरान यूपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को हिरासत में लिय़ा गया है।
50 दिनों से अधिक समय से इन कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के प्रतिनिधि आज केंद्र सरकार के साथ 10वें दौर की बैठक कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में एलजी हाउस के पास विरोध प्रदर्शन करते हुए किसानों का समर्थन किया है, जबकि पार्टी के “स्पीक अप किसान” अभियान की शुरुआत की।
राहुल गांधी ने आज एलजी हाउस मार्च को लेकर ट्वीट किया, ‘देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के ख़िलाफ़ सत्याग्रह कर रहे हैं। आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार व पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज़ बुलंद कर रहा है। आप भी जुड़िये और इस सत्याग्रह का हिस्सा बनिये।’
राहुल ने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा, “बीजेपी के शासन में कृषि कानूनों को वापस लेना होगा। कांग्रेस इन कानूनों को रद्द करने तक भरोसा नहीं करेगी। ये कानून किसानों की मदद करने के लिए नहीं हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए हैं।”
कांग्रेस आज किसान दिवस (किसान अधिकार दिवस) मना रही है और सभी राज्य इकाइयों को राज्यों में सभी राजभवन के आसपास एकत्र होने को कहा गया है।
9 जनवरी को, कांग्रेस नेताओं की एक आभासी बैठक ने केंद्र के खिलाफ आक्रामक होने का फैसला किया और कृषि कानूनों को वापस लेने की बात कही।
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के हजारों किसानों ने पिछले कई हफ्तों से विकट परिस्थितियों में दिल्ली और उसके आसपास डेरा डाला हुआ है। वे हाल ही में पारित कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
तीन विवादास्पद कानून किसान उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020, मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम, 2020, और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता हैं।