कजाखस्तान के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पिछले सप्ताह देशव्यापी हिंसा प्रदर्शनों के दौरान करीब 7939 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। देश के गृह मंत्रालय ने बताया कि देश भर में हालात अब स्थिर और नियंत्रण में हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस अशांति के दर्जनों पीड़ितों के लिए सोमवार को शोक दिवस मनाया गया। इस अशांति में तीन बच्चों समेत 164 लोग मौत का शिकार हुए। पूर्व सोवियत संघ से आजादी हासिल करने के 30 साल बाद देश को पहली बार सबसे खराब अशांति के दौर का सामना करना पड़ा है। कजाखस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति, खुफिया और आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने कहा कि दो जनवरी को ईंधन की कीमत लगभग दोगुनी हो जाने पर शुरू हुआ असंतोष जल्द ही पूरे देश में फैल गया और इसके चलते हालात खराब हो गए, लेकिन अब सब कुछ नियंत्रण में है।
वहीं, भारत ने इसे लेकर सोमवार को कहा कि हम कजाखस्तान में गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं और चाहते हैं कि यहां स्थिति जल्द ही स्थिर हो। विदेश मंत्राल के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि कजाखस्तान में मौजूद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्राधिकारियों के साथ समन्वय किया जा रहा है। हम हिंसा में जान गंवाने वाले निर्दोष लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।