यूक्रेन (Ukraine) में फंसे लोगों को लाने के लिए ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) चलाया जा रहा है. इसके तहत यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 11 विशेष उड़ानों से आज 2,135 भारतीयों को देश वापस लाया गया है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) ने कहा कि 22 फरवरी 2022 को विशेष उड़ानें शुरू होने के बाद से अब तक 15,900 से अधिक भारतीयों को वापस लाया जा चुका है. वहीं 7 मार्च को 8 विशेष उड़ानें संचालित होने की उम्मीद है, जिसमें बुडापेस्ट से 5 उड़ानें, सुसेवा से दो उड़ानें और बुखारेस्ट से एक उड़ान शामिल है, जिससे 1500 से अधिक भारतीयों को वापस लाया जाएगा.
रूस-यूक्रेन युद्ध के 11वें दिन आज सुबह भी यूक्रेन से 183 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विशेष विमान हंगरी के बुडापेस्ट से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचा. इसके अलावा यूक्रेन से निकाले गए 210 भारतीयों को लेकर भारतीय वायु सेना की उड़ान रोमानिया के बुखारेस्ट से दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस (Hindan Airbase) पर पहुंची है. शनिवार को भी देर रात रोमानिया के बुखारेस्ट से 182 भारतीयों को लेकर एक स्पेशल फ्लाइट मुंबई आई थी. ये सभी भारतीय यूक्रेन से रोमानिया पहुंचे थे.
यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए मैसेज
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों के रास्त से निकाले जा रहे हैं. भारतीय दूतावास वहां फंसे नागरिकों के लिए लगातार मैसेज भी जारी कर रहे हैं. रविवार को हंगरी में भारतीय दूतावास ने सभी भारतीयों को अर्जेंट मैसेज देते हुए जल्द से जल्द हंगरी के बुडापेस्ट पहुंचने का निर्देश दिया है.
दूतावास ने ट्वीट में लिखा कि भारतीय दूतावास ने आज ऑपरेशन गंगा उड़ानों के अपने अंतिम चरण की शुरुआत की है. उन्होंने सभी छात्रों से जल्द से जल्द बुडापेस्ट पहुंचने को कहा है. भारतीय दूतावास ने छात्रों से अपने सभी विवरणों के साथ एक Google फॉर्म भरने को भी कहा है. भारतीय दूतावास के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने लोगों से नाम, पासपोर्ट नंबर और वर्तमान स्थान जैसे बुनियादी विवरण मांगते हुए एक Google फॉर्म भरने के लिए कहा है.
भारत सरकार युद्धस्तर पर चल रही अभियान
यूक्रेन में रूस के हमलों के कारण हालात तेजी से खराब हो रहे हैं. वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने का काम भी भारत सरकार युद्धस्तर पर चला रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए लगातार उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं. शनिवार को भी उन्होंने एक उच्च स्तरीय बैठक की थी. जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, एनएसए अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला सहित कई अधिकारी शामिल हुए थे. बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रियों और अधिकारियों को कई दिशा दिए थे.