लगातार पांच महीनों से घरेलू एलपीजी के दामों में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं करने वाली गैस कंपनियां इस महीने दाम बढ़ा सकती हैं। इसी को लेकर लोगों ने खाली पड़े सिलेंडरों को भरवाना शुरू कर दिया है और एजेंसियों पर डिलीवरी का लोड बढ़ गया है। ऐसे में 2 दिन में मिलने वाला सिलेंडर अब 5 से 7 दिनों में मिल रहा है। पांच राज्यों के चुनाव को लेकर पेट्रोल-डीजल के साथ-साथ सीएनजी और एलपीजी के दामों पर केंद्र सरकार ने कंट्रोल कर रखा था। चूंकि अब चुनाव निपट गए हैं और परिणाम भी आ गए हैं तो इनके दाम बढऩा स्वाभाविक है। लोगों को पेट्रोल के साथ-साथ एलपीजी के दाम बढऩे की चिंता भी सता रही है।
पिछले कुछ दिनों से एचपी, इंडेन और भारत पेट्रोलियम के घरेलू गैस सिलेंडरों की खपत बढ़ गई है। एजेंसियों का कहना है कि ये खपत अस्थायी है, क्योंकि लोगों को लग रहा है कि एलपीजी के दाम ज्यादा बढ़ाए जा सकते हैं, लेकिन 80 से 90 रुपए बढऩे की संभावना है। 15 मार्च के आसपास ये दाम बढ़ाए जा सकते हैं। गैस एजेंसी संचालक यज्ञेश राठी का कहना है कि जिन लोगों के पास खाली सिलेंडर रखे रहते थे, वे उन्हें भरवाकर रख रहे हैं, ताकि दाम बढऩे का असर उन पर न पड़े। इसका असर एजेंसियों पर पड़ गया है और अचानक बुकिंग बढऩे से डिलीवरी थोड़ा लेट हो रही है। बाकी किल्लत जैसी कोई बात नहीं है।