रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने दावा किया कि इस साल के अंत तक या साल 2024 के शुरूआत में कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) देश के साथ रेल सेवा (Connect with country rail service) से जुड़ जाएगी। इसके साथ ही यहां विशेष वंदे भारत ट्रेनें (Special Vande Bharat Trains) भी चलाई जाएंगे। वे शनिवार को घाटी के रेलवे स्टेशनों का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने रेलवे की डाक विभाग के साथ श्रीनगर में शुरू की गई पार्सल बुकिंग सुविधा का भी शुभारंभ किया।
पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना इस साल दिसंबर या फिर जनवरी-फरवरी 2024 महीने में पूरी हो जाएगी। इस रेल लाइन पर अच्छी प्रगति हुई है। चिनाब और अंजी पुलों और प्रमुख सुरंगों पर भी काम चल रहा है। इस लाइन के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत ट्रेन विकसित की जा रही है।
इस स्पेशल ट्रेन को बनाते समय तापमान, बर्फ जैसी परिस्थितियों को ध्यान में रखा जा रहा है। इस साल बजट में जम्मू-कश्मीर में रेलवे परियोजना के लिए 6000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। देरी के तकनीकी कारण भी हैं। चिनाब रेलवे के सभी परीक्षण किए जा चुके हैं और सभी सफल रहे हैं। अब पुल संचालन के लिए तैयार है। यह जम्मू-कश्मीर के लिए सबसे बड़ी बात है।
रेल मंत्री ने कहा कि अंजी पुल भी इस साल अगस्त तक पूरा हो जाएगा और सितंबर तक चालू होने के लिए उपलब्ध होगा। 47 में से 41 खंड पहले ही लांच किए जा चुके हैं। इस साल रेलवे प्रति दिन 13 किलोमीटर का ट्रैक बिछा रहा है, जो एक रिकॉर्ड है। देशभर में रेल कार्गो को संभालने के लिए करीब 146 गति शक्ति कार्गो टर्मिनल खोले जाने हैं। प्रयास रहेगा कि बनिहाल से बारामुला तक 4 टर्मिनल स्थापित हों, ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके।
विद्युतीकरण का काम पूरा होते ही जम्मू-कश्मीर में इलेक्ट्रिक ट्रेन का शुभारंभ किया जाएगा। तीन क्षेत्रों-सोपोर-कुपवाड़ा, अवंतिपोरा-शोपियां और बिजबिहाड़ा-पहलगाम को रेलवे लाइन से जोड़ने की मांग मिली है। इस बारे में एलजी, केंद्रीय गृहमंत्री और प्रधानमंत्री से चर्चा की जाएगी। रेलवे ने डाक विभाग के साथ श्रीनगर में पार्सल बुकिंग की सुविधा शुरू की है, ताकि देश के विभिन्न हिस्सों में यहां से पार्सल बुक करके उत्पाद भेजे जा सकें। देशभर के रेलवे स्टेशनों पर करीब 750 एक स्टेशन-एक उत्पाद के स्टॉल लगाए गए हैं।
यात्री सुविधाओं का लिया जायजा
दौरे के दौरान रेल मंत्री सबसे पहले बडगाम रेलवे स्टेशन पहुंचे, उन्होंने कैरिज व वैगन डिपो में ट्रेनों के अनुरक्षण से संबंधित कार्यप्रणाली की जानकारी हासिल की। वहीं, ट्रेन के अनुरक्षण से संबंधित सभी विषयों पर अधिकारियों से चर्चा कर दिशा-निर्देश दिए। बारामुला रेलवे स्टेशन पर रेलखंड की संरक्षा एवं सुरक्षा का विस्तृत अवलोकन किया। रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का जायजा लिया और विकास कार्यों के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की। यहां पर एक स्टेशन एक उत्पाद के ड्राई फ्रूट्स के स्टॉल का निरीक्षण किया और बारामुला के स्थानीय ड्राई फ्रूट्स खरीदकर डिजिटल माध्यम से भुगतान किया। इसके बाद रेल मंत्री ने श्रीनगर रेलवे स्टेशन पर पार्सल ऑफिस का उद्घाटन किया गया।
आज बक्कल आएंगे रेल मंत्री
महत्वाकांक्षी उधमपुर श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक परियोजना पर बक्कल व कौड़ी रेलवे स्टेशन को मिलाने वाले चिनाब दरिया पर बने विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल पर शनिवार को ट्रेन को दौड़ाने से पहले ट्राली चलाने का सफल परीक्षण किया गया। इस दौरान रेलवे अधिकारियों ने बक्कल से कौड़ी तक ट्राली में बैठ कर पुल को पार किया। वहीं, मौजूद कमियों को दूर करने के निर्देश दिए।
वहीं, रविवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रेलवे परियोजना का जायजा लेने के लिए बक्कल आएंगे। इस दौरान परियोजना के कार्यों का भी निरीक्षण करेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्रीय रेलवे मंत्री ट्राली के जरिये पुल को पार करेंगे।