राजधानी में रविवार को सियासी बयानबाजी का दौर जारी रहा। विधानसभा चुनाव को लेकर जहां भारतीय जनता पार्टी ने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा तो अखिलेश यादव ने भी योगी पर तीखा प्रहार किया। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश को योग्य सरकार चाहिए, योगी सरकार नहीं। उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार योग्य होनी चाहिए। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा, कर्मचारी संयुक्त परिषद के नेता हरिकिशोर तिवारी, मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद कादिर राणा और उनके समर्थकों को समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई।
सदस्यता कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार के पास कोई काम नहीं है। भाजपा सरकार सिर्फ नाम बदलना, रंग बदलना, नेम प्लेट बदलवाना, स्टूल पर बिठाना, होर्डिंग लगवाना, गंगा जल छिड़कवाना, कार पलटवाना, फोटो हटवाना, गड्ढों की जगह जेब भरना जानती है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा ये मिलावट वाले, झूठ बोलने वाले, धुआं उड़ाने वाले और टायर चढ़ाने वाले लोग हैं और जनता इनसे बहुत नाराज है। उन्होंने एक फिर कहा कि प्रदेश को योग्य सरकार चाहिए, योगी सरकार नहीं।
सपा अध्यक्ष ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बढ़ते दामों पर सरकार को घेरते हुए कहा कि लखनऊ के साथ-साथ कई जगह पेट्रोल सौ रुपये के पार हो गया है। जनता को हर चीज महंगी खरीदनी पड़ रही है। उन्होंने महंगाई के सवाल पर योगी सरकार को निशाने पर लिया। जनता परेशान है और ऐसे में भाजपा को लोगों के प्रश्नों का उत्तर देना चाहिए। उन्होंने जातीय जनगणना कराने की मांग दोहराई और कहा कि कांग्रेस की सरकार के समय भी नेता जी (मुलायम सिंह यादव), लालू प्रसाद यादव और शरद यादव ने जातीय जनगणना कराने की मांग की थी। जातीय जनगणना नहीं करा कर लोगों को अधिकार से वंचित किया जा रहा है।