राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आज गुरुवार को प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और मणिपुर नगा पीपुल्स फ्रंट (एमएनपीएफ) से जुड़े 10 विद्रोहियों के खिलाफ नकद इनाम की घोषणा की है. इन पर सेना पर हुए हमले में शामिल होने का आरोप है.
एनआईए ने पिछले साल नवंबर में हुए उस हमले में शामिल विद्रोहियों से जुड़ी ‘महत्वपूर्ण जानकारी’ देने वालों को चार से आठ लाख रुपये का इनाम देने की आज घोषणा की, जिसमें असम राइफल्स के कर्नल और उनके परिवार की मौत हो गई थी.
13 नवंबर को हुए हमले में वांछित
गौरतलब है कि पिछले साल 13 नवंबर को हुए हमले में शामिल 10 विद्रोही कथित तौर पर प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (एमएनपीएफ) के थे. एनआईए के एक प्रवक्ता ने आज बताया कि किसी भी व्यक्ति को संदिग्धों के बारे में ऐसी ‘महत्वपूर्ण जानकारी’ देने पर ईनाम दिया जाएगा, जिससे कि उनकी गिरफ्तारी हो पाए.
सेना के काफिले पर हमले में मारे गए थे 7 लोग
मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में 13 नवंबर 2021 को सेना के काफिले पर कथित तौर पर पीएलए और एमएनपीएफ के विद्रोहियों ने आईईडी विस्फोटकों से हमला किया था. भारत और म्यामां सीमा के पास हुए इस घातक हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग अफसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनकी पत्नी और बेटे तथा सुरक्षा बल के चार अन्य कर्मियों समेत सात लोगों की मौत हो गई थी. घटना के वांछित लोगों में स्वयंभू लेफ्टिनेंट कर्नल चाओयई और लेफ्टिनेंट कर्नल सगोलसेम इनोचा भी शामिल हैं.
रायगढ़ के पहले सांसद के पोते थे कर्नल विप्लव
पिछले साल नवंबर में मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के सिंघाट में उग्रवादियों ने असम राइफल्स के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया, जिसमें कर्नल विप्लव त्रिपाठी, उनके परिवार और चार जवानों की मौत हो गई थी.
इस वीभत्स हमले में कर्नल विप्लव के साथ ही उनकी पत्नी अनुजा और 8 साल के बेटे अबीर त्रिपाठी की भी मौत हो गई. कर्नल विप्लव त्रिपाठी के छोटे भाई भी इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं. उनके माता पिता छत्तीसगढ़ की राजधानी रायगढ़ में रहते हैं.
कर्नल विप्लव छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के पहले सांसद किशोरी मोहन त्रिपाठी के पोते थे. कर्नल विप्लव के पिता सुभाष त्रिपाठी रायगढ़ में एक दैनिक अखबार के संपादक हैं.