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सामूहिक हत्याकांड पर सख्त हुई प्रियंका गांधी, न्याय सिर्फ उनके लिए है जिनकी सत्ता है…

संगम नगरी प्रयागराज में फाफामऊ थाना क्षेत्र के गोहरी मोहनगंज बाजार में सामूहिक हत्याकांड के बाद शासन-प्रशासन दोनों में हड़कम्प की स्थिति है। पीड़ित परिवार के घर पहुंचीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। ज्ञात हो कि प्रयागराज के फाफामऊ इलाके में गुरुवार को हुए एक ही परिवार के 4 दलितों की हत्या कर दी गयी थी। पीड़ित परिजनों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि दलितों, किसानों और गरीबों के साथ प्रदेश में अत्याचार हो रहा है। दलित, किसान और गरीब न्याय से वंचित हो गये हैं। किसी को भी यहां पर न्याय नहीं मिल रहा है। प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार को न्याय और उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आज मौजूदा सरकार में सिर्फ ऊंचे ओहदे पर बैठे लोगों को ही न्याय मिल रहा है। न्याय उसी को मिल रहा है जो सत्ता में है। गरीब, मजदूर, किसान और दलित असहज महसूस कर रहा है। उसे न्याय की उम्मीद नहीं रह गयी है।

प्रियंका ने कहा कि 2019 से लेकर 2020 में लगातार शिकायतें की गईं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब न्याय की जरूरत थी तो पुलिस भी नहीं आयी। आज यहां पर पुलिस और पिकेट खड़ी की गई है। उन्होंने कहा कि अगर यह मुस्तैदी पुलिस और प्रशासन की तरफ से पहले दिखाई गई होती तो शायद इस परिवार का आज यह हश्र नहीं होता। परिजन हमारे बीच होते। प्रियंका वाड्रा ने कहा कि इस परिवार का सदस्य एसएसबी में नौकरी करता है। ऐसे परिवार को आज खतरा है। परिजनों को अब अपनी जिन्दगी का डर सता रहा है।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज संविधान दिवस है। संविधान की बातें की जा रही हैं लेकिन देश और प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं है। चार-चार दलित की हत्या हो रही है। उन्होंने कहा कि संविधान में ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। घटना होने से पहले रोकना चाहिए और हो गयी तो सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। प्रियंका गांधी ने कहा की यूपी में ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। आगरा में अरुण वाल्मीकि और हाथरस की घटना से साफ है कि दलितों पर अत्याचार हो रहा है। यह सब चुप रहकर देखा नहीं जा सकता है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि वर्तमान में संविधान को खत्म किया जा रहा है तो फिर संविधान दिवस मनाने का क्या मतलब है।

उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन आम लोगों की मदद नहीं कर रहा है। मैं जहां जहां जाती हूं मुझे दिखता है कि दलितों के लिए न्याय नहीं है। उन्होंने कहा कि न्याय सिर्फ उनके लिए है जिनकी सत्ता है। जो उनके साथ उठते बैठते हैं, बड़े-बड़े उद्योगपति हैं, उनके लिए न्याय है। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के लिए, दलितों के लिए किसानों के लिए, शोषितों के लिए न्याय नहीं है। प्रियंका गांधी ने कहा है कि कौन मेरे बारे में क्या कह रहा है, इससे मतलब नहीं। मैं आती रहूंगी, आवाज उठाती रहूंगी।