केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट का दावा है कि भारत में साल 2050 तक बुजुर्गों की संख्या 31 करोड़ से अधिक हो जाएगी. देश में बुजुर्गों की संख्या बढ़ोतरी की रफ्तार काफी तेज हो रही है, अभी के मुकाबले 2050 में ये संख्या करीब तीन गुना होगी. स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सर्वे के मुताबिक, 2011 में हुई जनगणना को आधार बनाया जाए तो 2050 में देश में 31 करोड़ से अधिक बुजुर्ग होंगे. 2011 की जनगणना के मुताबिक, देश में करीब दस करोड़ लोगों की संख्या 60 साल से अधिक है. हर साल ये संख्या करीब 3 फीसदी तक बढ़ रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के मुताबिक, इस प्रकार का ये अभी तक का सबसे बड़ा सर्वे है. भविष्य में स्वास्थ्य चिंताओं को देखते हुए ये काफी लाभदायक होगा, ताकि नीतियों में बदलाव किया जा सके. पुरानी बीमारियों से जूझ रहे हैं देश के बुजुर्ग इसी रिपोर्ट के मुताबिक, 60 साल से अधिक उम्र वाले करीब 55 फीसदी लोग भारत में किसी ना किसी पुरानी बीमारी से जूझ रहे हैं. इनमें भी करीब 40 फीसदी लोगों में किसी ना किसी तरह की अक्षमता है, जबकि 20 फीसदी लोगों में मानसिक तनाव या बीमारी जैसे लक्षण हैं.
रिपोर्ट की मानें, जो 55 फीसदी बुजुर्ग किसी बीमारी से जूझ रहे हैं उनमें से अगर 90 फीसदी ऐसी हालत में हैं जिनका घर में इलाज संभव है, लेकिन दस फीसदी लोग ऐसे भी हैं जिन्हें जल्द ही किसी बड़ी प्रोफेशनल हेल्प की जरूरत है. स्वास्थ्य मंत्रालय की अगुवाई में इस रिपोर्ट को IIPS, हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफॉर्निया आदि ने तैयार किया है. भविष्य के लिए नीतियां तैयार करने के हिसाब से इस प्रकार की स्टडी की गई है. इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए देश के सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेश में सर्वे किया गया जिसमें 70 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया.