विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। पार्टी कार्यालयों में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बैठकों का दौर बढ़ गया है। समाजवादी पार्टी के कार्यालय में हलचल तेज हो गई है। आचार संहिता लगते ही सपा परिवार में बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। सोमवार को एक अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ शिवपाल सिंह यादव और पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव भी शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि बैठक को लेकर अखिलेश और शिवपाल मंथन हुआ है। इस बैठक में परिवार के कुछ और लोग भी बैठक में शामिल होंगे। लखनऊ में होने वाली मीटिंग के दौरान सीटों के बंटवारे और आपसी सामंजस्य की रणनीति पर चर्चा होगी।
UP से भाजपा का साफ होना तय
चुनावों की घोषणा के साथ ही सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी का उत्तर प्रदेश से सफाया होना तय है। जनता बस इन तारीखों का ही इंतजार कर रही थी ताकि बीजेपी को हटाया जा सके। उन्होंने कहा कि ये तारीखें बदलाव की हैं। शुरुआत 10 फरवरी से हो रही है और 10 मार्च तक परिणाम आएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा रखी गई शर्तों का पालन किया जाएगा। 10 मार्च के बाद यूपी से भाजपा का साफ होना तय है।
वर्चुअल रैली पर कही ये बात
चुनाव आयोग ने वर्चुअल रैली करने को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए यह जरूरी है लेकिन चुनाव आयोग को उन पार्टियों के बारे में भी सोचना चाहिए जिनके पार कोई इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं है। जिन क्षेत्रीय दलों के पास संसाधन नहीं हैं उनके लिए वर्चुअल रैली मुश्किल होगा। इसलिए चुनाव आयोग को कुछ सहयोग देना चाहिए। नेशनल चैनलों पर क्षेत्रीय दलों को बराबर समय उपलब्ध कराया जाना चाहिए।