महाराष्ट्र में ‘धनुष बाण’ यानी शिवसेना के चुनाव चिह्न को लेकर जंग लंबी चलने के आसार हैं। खबर है कि भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से उद्धव ठाकरे गुट को दस्तावेज जमा करने के लिए 15 दिनों का समय और दिया गया है। इससे पहले खबरें आई थी कि खेमे ने मामले में सुनवाई को 4 सप्ताह के लिए स्थगित करने की मांग की थी। वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कैंप की तरफ से चुनाव आयोग में दस्तावेज जमा करा दिए गए हैं। समाचार एजेंसी भाषा ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि चुनाव आयोग ने ठाकरे गुट को दस्तावेज जमा करने के लिए 15 दिनों का समय और दिया है।
सूत्रों के अनुसार, आयोग ने ठाकरे कैंप को 23 अगस्त तक का समय दिया है। बीते महीने आयोग ने शिवसेना के दोनों गुटों से 8 अगस्त तक अपने-अपने दावों का समर्थन करते हुए दस्तावेज जमा करने के लिए कहा था। खबर है कि मामले की सुनवाई 4 हफ्तों के लिए टालने की बात पर आयोग ने कहा कि फिलहाल केवर संबंधित डॉक्यूमेंट्स मांगे गए हैं और सुनवाई बाद में होगी।
आयोग की तरफ से दोनों गुटों से शिवसेना की विधायिका और संगठन स्तर की विंग्स से समर्थन पत्र मांगे गए थे। साथ ही इस मामले पर लिखित में बयान देने के लिए भी कहा गया था। इस साल जून में शिंदे और 39 अन्य विधायकों ने मिलकर बगावत कर दी थी, जिसके बाद महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। एमवीए सरकार में शिवसेना के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस भी शामिल रही थी। बाद में शिंदे कैंप ने भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई, जिसमें शिंदे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने।