अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में बर्बरता के बाद हुई मौत के बाद अमेरिका में जारी प्रदर्शन की जांच अब व्हाइट हाउस तक आ पहुंची है। रविवार को पत्थरबाजी के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सुरक्षित बंकर में ले जाया गया है। वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी समेत अमेरिका के 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। व्हाइट हाउस अधिकारियों और कानून प्रवर्तन सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी।
राष्ट्रपति ट्रंप ने बंकर में लगभग एक घंटा बिताया और उसके बाद उन्हें ऊपर लाया गया। कानून प्रवर्तन सूत्र और इस घटना से संबंधित एक अन्य सूत्र ने बताया कि अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप और उनके बेटे बैरन को भी बंकर में ले जाया गया था। कानून प्रवर्तन सूत्र ने बताया कि प्रोटोकॉल के अनुसार, अगर अधिकारी राष्ट्रपति ट्रंप को बंकर में ले जाते हैं तो उन्हें अन्य सुरक्षा प्राप्त लोगों को भी वहां ले जाना होता, मतलब मेलानिया और बैरन दोनों लोगों को ले जाना अनिवार्य था।
दूसरे सूत्र ने बताया कि यदि व्हाइट हाउस में खतरे का सूचकांक लाल पर पहुंच जाता और राष्ट्रपति को वहां से आपातकालीन संचालन केंद्र ले जाया जाता तो मेलानिया ट्रंप, बैरन ट्रंप और परिवार के अन्य सदस्यों को भी वहां ले जाना होता।
ट्रंप ने मिनियापोलिस में पिछले हफ्ते जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के मद्देनजर शुक्रवार रात व्हाइट हाउस के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन से प्रभावी रूप से निपटने के लिए अगले दिन सीक्रेट सर्विस की प्रशंसा की। राष्ट्रपति को बंकर में ले जाने की खबर सबसे पहले न्यूयॉर्क टाइम्स ने प्रकाशित की थी।
शनिवार को, व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन खत्म होने के कुछ ही घंटों बाद ट्रंप ने खुद के सुरक्षित होने की घोषणा की। उन्होंने शहर के डेमोक्रेटिक मेयर को निशाने पर लिया और कहा कि यह उनके ही समर्थक थे, जो व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे।
सिलसिलेवार ट्वीट में ट्रंप ने शुक्रवार रात व्हाइट हाउस के अंदर उनकी सुरक्षा के लिए यूएस सीक्रेट सर्विस की सराहना करते हुए कहा कि फ्लॉयड की मौत को लेकर व्हाइट हाउस के बाहर इकट्ठा हुए प्रदर्शनकारियों से वह असुरक्षित महसूस कर रहे थे, लेकिन सीक्रेट सर्विस ने उन्हें पूरी सुरक्षा प्रदान की।