वीरवार को लोकसभा में मंत्री किरेन रिजिजू ने वक्फ संशोधन बिल पेश कर दिया। बिल पेश होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस ने सवाल किया कि क्या अयोध्या के मंदिर में कोई गैर हिंदू सदस्य हो सकता है। पार्टी ने गैर मुस्लिमों को गवर्निंग काउंसिल में रखने पर विरोध जताया है।
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा, यह विधेयक संविधान पर एक बुनियादी हमला है। इस विधेयक के जरिए वे यह प्रावधान कर रहे हैं कि गैर-मुस्लिम भी वक्फ गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हों। यह धार्मिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। आगे आप ईसाइयों के लिए जाएंगे, फिर जैन … भारत के लोग इस तरह की विभाजनकारी राजनीति को अब नहीं सहेंगे। हम हिंदू हैं लेकिन साथ ही हम अन्य धर्मों की आस्था का भी सम्मान करते हैं। इससे पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस सांसदों की बैठक बुलाई जिसमें कई विषयों के साथ ही वक्फ विधेयक को लेकर भी चर्चा की गई। कांग्रेस सांसद के सी वेणुगोपाल और हिबी ईडेन ने लोकसभा में विधेयक पेश किए जाने का विरोध करने के लिए नियम 72 के तहत एक नोटिस दिया था।