लखीमपुर कांड को लेकर सियासी गर्मी बढ़ती ही जा रही है। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को रविवार को नसीहत दी। उन्होंने अल्पसंख्यक मोर्चे की कार्यसमिति में बैठक के दौरान कहा कि नेतागिरी का मतलब किसी को लूटना नहीं होता है। नेतागिरी का मतलब किसी को लूटने नहीं आए हैं। फॉर्च्यूनर से किसी को कुचलने नहीं आए हैं। वोट आपके व्यवहार की वजह से ही आपको मिलेगा।उन्होंने अपने शब्दों से लखीमपुर में किसानों के कुचले, रौंदे जाने के दर्द को सुना दिया। उन्होंने कहा कि अगर जिस मोहल्ले में आप रहते हैं, वहां दस लोग आपकी तारीफ करते हैं तो मेरा सीना चैड़ा हो जाएगा। यह नहीं होता कि जिस मोहल्ले में रहते हैं, लोग आपकी शक्ल नहीं देख पायें। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने व्यवहार जीवन में आदर्श बनने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में पिछले रविवार को बीजेपी नेताओं, कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच जबरदस्त हिंसा हुई थी। इसमें केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र पर किसानों को गाड़ी से कुचलने, रौंदने का आरोप है। गाड़ियां सांसद की हैं। उन्होंने कहा कि आशीष दावा करता रहा कि घटना के समय घटनास्थल पर मौजूद नहीं था, बल्कि वह दूर एक कार्यक्रम में था।
इसके बाद सामने आए कई वीडियो में थार गाड़ी किसानों को कुचलते हुए दिखाई दी थी। उसके पीछे एक फॉर्च्यूनर गाड़ी भी तेजी से निकलते देखी जा सकती थी। विवाद बढ़ने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने लखीमपुर खीरी का दौरा किया था और बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद पुलिस ने आशीष मिश्र को बीते दिन 12 घंटे लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। शनिवार देर रात आशीष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।