मेरठ के दौराला में शनिवार सुबह उस समय बड़ा हादसा टल गया जब सहारनपुर से दिल्ली जा रही पैसेंजर ट्रेन में आग लग गई और वक्त रहते लोग ट्रेन से उतर गए। ट्रेन से उठती लपटों ने लोगों को दहशत में ला दिया। पैसेंजर ट्रेन के दो कोच और इंजन में आग लगने के बाद बाकी कोच को काटकर अलग किया गया। इस दौरान यात्रियों ने पूरी ट्रेन को आग की चपेट में आने से बचाने के लिए इसे धक्का देकर दूर किया। शनिवार सुबह सहारनपुर से चलकर दिल्ली के लिए पैसेंजर ट्रेन दौराला रेलवे स्टेशन तक पहुंची इस ट्रेन के दौराला रेलवे स्टेशन से पहुंचने से पहले ही 2 कोच और इंजन में आग लग गई थी इसके बाद जैसे ही दौराला स्टेशन पर ट्रेन को रोका गया था यात्री सही सलामत ट्रेन से उतरे। इसी दौरान यात्रियों ने अपनी सूझबूझ का परिचय दिया और रेलवे के कर्मचारियों के साथ आग लगे कोचों से ट्रेन के अन्य डिब्बे को धक्का मार कर आगे कर ठिकाने पर पहुंचाया इस तरह से ट्रेन के अन्य डिब्बे आग की चपेट में आने से बचे।
भारी-भरकम ट्रेन को खींचना या धक्का देकर चलाना अकल्पनीय सा लगता है। लेकिन जब एक साथ मिलकर एक ही दिशा में सैकड़ों लोगों ने ताकत लगाई तो पूरी ट्रेन को लोगों ने ऐसे खींच लिया जैसे किसी कार या ऑटो को धक्का लगा रहे हों। सोशल मीडिया पर भी यह वीडियो वायरल हो रहा है और लोग इसे एकता की ताकत बता रहे हैं।
रेलवे के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि संभवत आग शार्ट सर्किट की वजह से लगी, लेकिन ट्रेन के दौराला स्टेशन पर खड़े होने की वजह से आग पर तुरंत काबू पा लिया गया। सभी यात्रियों के डिब्बों से बाहर निकलने की वजह से किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है और सतर्कता के कारण एक बड़ा हादसा होने से टल गया। पुलिस के अनुसार सहारनपुर पैसेंजर दौराला स्टेशन पर सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर पहुंचनी थी और आम तौर पर दैनिक यात्री स्टेशन पर मौजूद थे। स्टेशन पर पहुंचते ही अचानक ट्रेन के दो डिब्बों में धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया।
रेलवे अधिकारियों ने तुरंत दोनों आग प्रभावित डिब्बों से यात्रियों को बाहर निकल वाने का काम किया। मौके पर हालांकि भगदड़ जैसे हालात बन गए लेकिन तमाम यात्रियों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। बताया गया है कि तेज हवा के कारण आग बुझाने के काम में दमकल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस कारण मेरठ सहारनपुर रेलवे रूट प्रभावित हो गया और कई महत्वपूर्ण ट्रेनें प्रभावित रही। इनमें दिल्ली देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस, शालीमार एक्सप्रेस और नौचंदी एक्सप्रेस आदि गाड़ियां शामिल रहीं।