उत्तरप्रदेश के सीतापुर में घरेलू हिंसा की पीड़िता ने यूपी पुलिस के एक सिपाही और किसान नेता पर सेक्स रैकिट का सनसनीखेज आरोप लगाया है। पीड़ित महिला का आरोप है कि महिला किसान नेता घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने का आश्वासन दिलाकर पहले उसे अपने झांसे में लेती हैं और फिर सेक्स रैकिट के दलदल में उतार देती हैं।
महिला का आरोप है कि इस पूरे प्रकरण में पुलिस से बचने के लिए किसान नेता ने यूपी 112 के एक आरक्षी का भी संरक्षण ले रखा है। महिला ने पुलिस के उच्चाधिकारियों के सामने महिला किसान नेता की महिलाओं की खरीद फरोख्त का भी आरोप लगाया है। पीड़ित महिला के आरोपों के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
पीड़िता ने देवर और ननदोई पर लगाए थे यौन उत्पीड़न के आरोप
एएसपी ने पूरे मामले में महिला किसान नेता के खिलाफ केस दर्ज पर पूरे प्रकरण की जांच सीओ सिधौली को सौंप दी है। मामला सीतापुर के कमलापुर थाना इलाके का है। यहां के संदना थाना इलाके की रहने वाली एक महिला ने अटरिया के रहने वाले अनिल नाम के एक युवक से प्रेम विवाह किया था। पीड़िता के मुताबिक, विवाह के कुछ दिनों बाद देवर और ननदोई ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया जिसकी शिकायत पीड़िता ने अटरिया थाने में की थी।
महिला नेता ने रैकिट में फंसाने की कोशिश की
पीड़िता का कहना है कि शिकायत के बाद कार्रवाई न होने पर वह कमलापुर इलाके की रहने वाली किसान नेता विन्देश्वरी यादव से संपर्क किया क्योंकि वह महिलाओं को न्याय दिलाने का काम करती थी। महिला का आरोप है कि किसान नेता न्याय का भरोसा दिलाने की बात कहकर वह उसे अपने घर ले आईं। आरोप हैं कि कुछ दिनों तक वहां कई तरह के लोग आए जिसके सामने महिला उसे पेश करती थी और बेचने की बात कहती थी।
डायल 112 के सिपाही पर लगे आरोप
महिला का आरोप है कि इस दौरान वहां यूपी 112 पर तैनात सिपाही महेश भी आया और उसे 20 हजार रुपये देकर बेचने की बात कही लेकिन पीड़िता ने मना कर दिया। इस पर किसान नेता और उसके साथियों ने पीड़िता को जमकर पीटा। शोरगुल की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों ने पुलिस में शिकायत की। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता और किसान नेता को थाने पर ले आई।
महिला नेता के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस के उच्चाधिकारियों के सामने पीड़िता ने पूरे प्रकरण को बताया। सेक्स रैकिट और महिलाओं की खरीद फरोख्त के आरोपों के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ हैं। एएसपी नरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि मामले में महिला किसान नेता के खिलाफ मारपीट समेत अन्य सुसंगत धाराओं में केस दर्ज किया गया।
पीड़िता के लगाए गए अन्य आरोपों की जांच के लिए सीओ सिधौली को लगाया गया। एएसपी का कहना है कि पूरे प्रकरण में आरक्षी की संलिप्तता के आरोपों के लिए विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। एएसपी का कहना है कि अगर पीड़िता के आरोपों में सत्यता पायी जाती हैं तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।