भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के पूर्व छात्रों ने कोरोना महामारी (कोविड-19) के संक्रमितों की जांच के लिए दुनिया का सबसे बड़ा टेस्टिंग लैब बनाने का निर्णय लिया है।
आईआईटी एलुमनाई काउंसिल ने यह फैसला किया है कि वह मुंबई में कोरोना की जांच के लिए एक मेगा लैब बनाएगा जिसके जरिए हर माह एक करोड़ लोगों का टेस्ट हो सकेगा। काउंसिल के अध्यक्ष रवि शर्मा ने यहां एक विज्ञप्ति में कहा कि दुनिया में कोरोना का टीका बनाने के प्रयास चल रहे हैं लेकिन काउंसिल ने विषाणु विज्ञानियों और विशेषज्ञों से सम्पर्क कर यह फैसला किया है कि मुंबई में एक विशाल लैब बनाया जाए। इसके लिए ग्लोबल पार्ट्नर्स की खोज की जा रही है और उन्हें आमंत्रित किया जा रहा है।
आईआईटी के करीब एक हज़ार पूर्व छात्र दुनिया भर में अपने स्तर पर प्रयास कर इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरा करने में लगे है। इस लैब में रोबोट टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल होगा तथा अन्य संक्रामक रोगों की भी जांच होगी। इसमें भविष्य में दस करोड़ लोगों का हर माह टेस्ट की सुविधा विकसित होगी।