विपक्षी गठबंधन (opposition alliance) में शामिल दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर खटपट बढ़ती जा रही है। बंगाल (Bangal) में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (Ruling Trinamool Congress) का कहना है कि उसने कांग्रेस के लिए अपना दिल खुला रखा है, लेकिन वार्ता नाकाम रहने पर वह अकेले चुनाव (Election) लड़ने को तैयार है। वहीं, बिहार (Bihar) में कांग्रेस ने कहा कि सम्मानजनक सीटें न मिलने पर न केवल पार्टी बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Nitish Kumar) के जदयू समेत पूरे सत्तारूढ़ महागठबंधन को नुकसान उठाना पड़ेगा।
तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा, स्थानीय कांग्रेस नेता सीटों को लेकर क्या सोच रहे हैं, इसका कोई मतलब नहीं है अंतिम निर्णय दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व लेंगे। हमारी नेता ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं कि कांग्रेस के लिए हमारा दिल खुला है। वहीं, बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन का हिस्सा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि यदि कांग्रेस मात्र चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी तो जदयू समेत पूरे महागठबंधन को नुकसान होगा। उनका यह बयान इन अटकलों पर आया है कि राज्य की 40 सीटों में से कांग्रेस को चार सीटें दी जाएंगी। जदयू ने कहा कि मौजूदा समय में हमारे पास 16 सांसद हैं। इन पर दावे या किसी भ्रम का सवाल ही नहीं उठता है।