मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद संभाल लिया है। इसके साथ ही उन्होंने 47 सदस्यों की कार्य संचालन समिति गठित की है। यह कमेटी कांग्रेस के सभी अहम निर्णय लेगी। इस समिति में प्रदेश से सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह को शामिल किया गया है, जबकि पड़ोसी राजस्थान से कांग्रेस के चार नेताओं को जगह मिली है। खरगे की टीम में प्रदेश के युवा नेताओं को मौका नहीं मिला है। जबकि दिग्विजय सिंह का राष्ट्रीय स्तर पर कद लगातार बढ़ता जा रहा है। दिग्गी गांधी परिवार के करीबी हैं।
दिग्विजय सिंह के पास बड़ी जिम्मेदारी
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की आयोजन समिति का अध्यक्ष दिग्विजय सिंह को बनाया गया है। इसके साथ ही वह प्रदेश में सक्रिय हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनको कार्यकर्ताओं को अनावश्यक रूप से परेशान करने वाले मामले देखने वाली समिति का प्रमुख बनाया है। इसको लेकर समिति बैठक भी कर चुकी है। इसकी सभा की शुरुआत दतिया से करने का निर्णय लिया गया है।
युवाओं को नहीं मिला मौका
मध्यप्रदेश से राहुल की टीम माने जाने वाले पूर्व मंत्री जीतू पटवारी हों या पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और मीनाक्षी नटराजन। खरगे की टीम में किसी युवा को मौका नहीं मिला है। बता दें, दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन फॉर्म लिया था, लेकिन खरगे का नाम आने के बाद उन्होंने उनको अपना वरिष्ठ नेता बताकर चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था।
प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव
प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं। खरगे की बनाई कार्य संचालन समिति पार्टी के सभी बड़े फैसले लेगी। दिग्विजय सिंह के टीम में शामिल होने से कांग्रेस को प्रदेश में फायदा मिल सकता है। प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी कमलनाथ के पास है। दोनों की जुगलबंदी अच्छी है। दिग्विजय सिंह का प्रदेश के जमीनी कार्यकर्ताओं से सीधा संपर्क है। इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा।
एक बढ़ वर्ग को प्रभावित करते हैं दिग्गी
प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार प्रभू पटेरिया ने कहा कि कांग्रेस के उदयपुर अधिवेशन में युवाओं को मौका देने को लेकर प्रस्ताव पास हुआ था। मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी के 50 प्रतिशत पद 50 से कम उम्र के नेताओं को देने की बात कही थी, लेकिन कार्य संचालन समिति में सिर्फ एक व्यक्ति 50 से कम उम्र का है। इससे साफ है कि खरगे अनुभव का उपयोग करना चाहते है। पार्टी में लगातार दिग्विजय सिंह का एक बार फिर से पार्टी में कद बढ़ते जा रहा है। उनको राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समन्वयक बनाया गया। दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा का कांग्रेस की 2018 में चुनाव जीतने में योगदान रहा है। वह हिंदुत्व पर राजनीति के समय अल्पसंख्यक की भी बात करते हैं। इससे वह एक बड़े वर्ग को प्रभावित करते हैं।