विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं के मिजाज को प्रत्याशी तेजी से परख रहे हैं। चिल्लूपार विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी विधायक रहे विनय शंकर तिवारी ने हाल ही में समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। उन्होंने कहा है कि राज्य में ब्राह्मण के बीच भारतीय जनता पार्टी सरकार के प्रति असंतोष है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि यह असंतोष केवल पूर्वांचल ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ब्राह्मणो के लिए कुछ नहीं किया।
पूर्वांचल की राजनीतिक के पकड़ रखने वाले हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी ने ब्राह्मणों की नाराजगी पर कहा कहा कि शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने मुख्यमंत्री के एक कार्यक्रम में कहा था कि सरकार ने ब्राह्मणों के लिए कुछ नहीं किया। वे कहते हैं कि बीजेपी केवल वोट के लिए ब्राह्मणों के बारे में बात करती है और कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि जब ब्राह्मणों को रोजगार देने की बात आती हैं, जब संस्कृत भाषा के विकास की बात आती है तो भाजपा तस्वीर से गायब हो जाती है। उन्होंने कहा कि जब आप किसी के मुद्दों को नहीं सुनेंगे तो आपसे मोहभंग हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आज ब्राह्मणों ने भाजपा को छोड़ दिया है, जिसका असर देखा जा सकता है।
विनय तिवारी ने कहा कि अगर आप भाजपा की मौजूदा स्थिति देखेंगे, तो भगदड़ मची हुई है। बीजेपी के शीर्ष लोगों ने इस पर मंथन किया। बीजेपी ने अपने नेताओं को ब्राह्मण मतदाताओं के समाजवादी पार्टी की ओर जाने को लेकर चेताया है। विनय तिवारी ने बताया कि बैठक में मौजूद एक व्यक्ति ने मुझे बताया कि बीते पांच सालों में उन्होंने स्थानीय मुद्दों पर कुछ भी नहीं कहा और अब वे लोगों का सामना कैसे करेंगे। लक्ष्मीकांत वाजपेयी जैसे उनके खुद के नेताओं को पार्टी में दरकिनार कर दिया। इस बार उन्हें टिकट नहीं मिला है। बीजेपी ब्राह्मणों के साथ डबल स्टैंडर्ड अपना रही है। वे केवल ब्राह्मणों के वोट चाहते हैं।
बीजेपी का पारंपरिक वोटर रहे हैं ब्राह्मण
अगर आप राज्य में कहीं भी सर्वे करेंगे तो आपको पता लगेगा कि ब्राह्मण भाजपा को छोड़ रहे हैं। ब्राह्मण कई वर्षों से भाजपा के साथ मजबूती से खड़ा रहा है लेकिन अगर वे भाजपा को नहीं छोड़ते तो पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व चिंता जाहिर नहीं करता। बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व राज्य में ‘ठाकुरवाद’ से परेशान है। अब यह हिंदुत्व के बारे में नहीं है, यहां यूपी में सब ‘ठाकुरवाद’ के बारे में है।
विनय तिवारी ने कहा कि हम उनके लिए शिक्षा और रोजगार सुनिश्चित करेंगे। हम संस्कृत भाषा के विकास के लिए भी काम करेंगे। हम ब्राह्मण नेताओं के साथ बैठकर उनके मुद्दों पर बात करेंगे और जल्द से जल्द उन्हें सुलझाएंगे।