एक पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनल पर वहीं के पत्रकार नुसरत मिर्जा के खुलासे से भारत में सनसनी मच गई है। यू-ट्यूबर शकील चौधरी के साथ बातचीत में मिर्जा ने कहा कि वह भारत के पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी और एक अंग्रेजी अखबार ‘मिली गजट’ के संस्थापक जफरूल इस्लाम खान के न्यौते पर भारत आए थे। उन्हें भारत में कई संवेदनशील खुफिया सूचनाएं हासिल हुईं जिन्हें उन्होंने पाकिस्तानी खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. को पास किया। मिर्जा के इस दावे के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा बरप गया है। ट्विटर पर लोग हामिद अंसारी और जफरूल इस्लाम खान के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी को भी कोस रहे हैं जो उस वक्त केंद्र की सत्ता में थी।
इस मौके पर भारतीय खुफिया एजैंसी रॉ के पूर्व अधिकारी एन.के. सूद द्वारा हामिद अंसारी के खिलाफ लगाए आरोपों को याद किया जा रहा है। सूद के 3 साल पुराने उस ट्वीट को अंसारी की संदेहास्पद शख्सियत के सबूत के तौर पर पेश किया जा रहा है। दरअसल, पूर्व रॉ ऑफिसर ने ट्वीट में कहा है कि हामिद ईरान की राजधानी तेहरान में राजदूत रहते हुए भारतीय हितों के खिलाफ काम कर रहे थे। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के साथ शांति से रह सकते हैं। इसको लेकर मिर्जा ने भारत पर शांति के खिलाफ और बदला लेने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि मुगलों ने भारत पर कई वर्षों तक राज किया है। भारत इसका बदला लेना चाहता है और पाकिस्तान को खत्म करना चाहता है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल के एक नेता से मुलाकात की बात कही। उन्होंने कहा, “जब मैं यूपी गया तो पार्टी के एक नेता से मिला। उन्होंने मुझे बताया कि कैसे उनकी सरकार ने मुस्लिमों का समर्थन किया और उन्हें नौकरी दी। वह सही था। अगर वे ऐसे ही जीना चाहते हैं तो यह स्वागत योग्य है, लेकिन अगर वे मुस्लिमों को गुलाम बनाना चाहते हैं, तो यह अस्वीकार्य है।”