कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन 4.0 का ऐलान किया था जिसकी अवधि 31 मई को खत्म हो रही है. ऐसे में सरकार ने अब लॉकडाउन के पांचवे चरण की शुरुआत कर दी है. इस बारे में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने राज्यों के मुख्य सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए राज्यों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की. साथ ही देश के सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित 13 शहरों में लॉकडाउन-5 के पूरे संकेत दे दिए हैं. बताया गया कि, सरकार पांचवे चरण में सबसे ज्यादा फोकस हॉटस्पॉट वाले शहरों या इलाकों पर करेगी. इसके अलावा जो बाकी हिस्से होंगे वहां पहले के मुकाबले ज्यादा छूट दी जा सकती है. हालांकि, अभी ये कहना मुश्किल इसलिए है क्योंकि इस समय पूरे देश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं.
देश के 13 शहर बने कोरोना हॉटस्पॉट
देश में लगातार कोरोना के बढ़ते आंकड़ों से एक तरफ सरकार की जहां चिंता बढ़ी हुई है तो दूसरी तरफ सवाल यह है कि, आखिर कैसे कोरोना पर काबू पाया जाए. क्योंकि, सोशल डिस्टेंसिंग की भी खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ऐसे में कोरोना पर काबू पाना एक चुनौती बनी हुई है. देश के 13 शहरों से 70 फीसदी से ज्यादा मामले सामने आए हैं. इसलिए इन शहरों पर सरकार लॉकडाउन के पांचवे चरण में जोर देगी और संक्रमण रोकने का प्रयास करेगी.
कौन-से हैं 13 शहर?
कोरोना हॉटस्पॉट बन चुके इन शहरों में मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता, इंदौर, जयपुर, जोधपुर, चेंगलपट्टू और तेरूवल्लुर शामिल हैं. अगर इन शहरों में काबू पा लिया जाता है तो पूरे देश को कोरोना से बचाया जा सकता है.
रेड जोन के लिए गाइडलाइन जारी
बैठक में कैबिनेट सचिव ने कहा कि, रेड जोन वाले इलाकों में पहले ही गाइडलाइन जारी हो चुकी है और अगर गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जाए तो रेड जोन ग्रीन जोन में परिवर्तित हो सकता है.सचिव ने कहा कि, स्थानीय प्रशासन रेड जोन इलाके को पूरी तरह सील करें और घर-घर सर्वे के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच कराए.
प्रवासी मजदूरों के लौटना का सिलसिला जारी
कैबिनेट सचिव ने कहा कि, 13 शहर तो कोरोना के हॉटस्पॉट हैं लेकिन, देश के जो बाकी हिस्से हैं जहां बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर या अन्य लोग लौट रहे हैं. वहां भी सतर्कता बरतने की जरूरत है. क्योंकि, लौटने वाले लोगों में भी कई कोरोना पॉजिटिव लोग मिले हैं. इसलिए उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे राज्यों को बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.
कब होगा लॉकडाउन 5.0 पर फैसला
कैबिनेट सचिव की बैठक में सिर्फ लॉकडाउन 5.0 पर संकेत दिए गए हैं. लेकिन, कुछ भी साफतौर पर स्पष्ट नहीं किया गया है. माना जा रहा है कि, 30 मई को गृहमंत्रालय इस पर कोई बड़ा फैसला ले सकता है. बता दें, 31 मई को पीएम मोदी भी देशवासियों के साथ मन की बात करेंगे. इसके अलावा लॉकडाउन के पांचवे चरण में कोरोना के हॉटस्पॉट वाले इलाकों पर सख्ती की जाएगी. साथ ही पूरे देश में कुछ सेवाएं प्रतिबंधित रह सकती हैं. जिन सेवाओं पर छूट मिलेगी उनके लिए कुछ नियम और शर्तें लागू हो सकती हैं. हालांकि, रेड जोन के अलावा बाकी जोन में पहले की तुलना में अधिक ढील दी जा सकती है.