तबलीग़ी जमात की गतिविधियों में शामिल होने के कारण भारत आने वाले 2200 से अधिक विदेशी नागरिकों पर अगले 10 साल के लिए बैन लगा दिया गया है। यह जानकारी सरकारी सूत्रों के हवाले से आई है। केंद्र सरकार के सूत्रों के मुताबिक इन विदेशी नागरिकों को पहले ही ब्लैकलिस्ट किया जा चुका था। अब ये नागरिक अगले 10 साल तक भारत नहीं आ सकेंगे। बताया जा रहा है कि 2200 से अधिक विदेशी तबलीगी जमात के सदस्य हैं, जिन्होंने भारत का दौरा किया और पूरे देश में तबलीगी गतिविधियों में पर्यटक वीजा पर भाग लिया। इन्हें 10 साल के लिए ब्लैकलिस्ट किया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि संख्या और बढ़ सकती है।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने इन विदेशी नागरिकों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। दिल्ली क्राइम ब्रांच के मुताबिक, इन सभी आरोपियों ने वीजा कानून का उल्लंघन किया था। इसलिए सरकार ने इन सभी आरोपियों के वीजा रद्द करके इन्हें ब्लैकलिस्ट भी कर दिया था। आरोपियों के खिलाफ महामारी अधिनियम तोड़ने सहित अन्य तमाम गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज करके इन्हें मुलजिम बनाया गया है।
ये विदेशी नागरिक भारत में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए ज्यादातर इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान जैसे देशों से आए थे। ये देश के करीब 824 अलग-अलग हिस्सों में चले गए, वहीं 216 विदेशी नागरिक निज़ामुद्दीन मरकज़ में मौजूद थे। बता दें कि, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के लोग बड़ी संख्या में जुटे थे। उनकी वजह से अन्य लोगों में भी कोरोना वायरस बहुत ज्यादा संख्या में फैल गया था।