लखनऊ. माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mafia don Mukhtar Ansari ) को पंजाब के रोपड़ से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में शिफ्ट करने की कवायद पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण रही. करीब 900 किलोमीटर की दूरी साढ़े 14 घंटे में तय की गई. बताया जा रहा है कि रात करीब डेढ़ बजे मुख्तार अंसारी का काफिला 15 मिनट के लिए बीच सड़क पर ही रोक दिया गया था. इस दौरान मीडिया को भी वहां जाने से रोका गया था. कानपुर देहात के पास सट्टी और भोगनीपुर थाना क्षेत्र के बीच मीडिया को रोका गया. इसके बाद कानपुर देहात में मुख्तार के काफिले को बीच सड़क पर रोक दिया गया. करीब 15 मिनट काफिले को रोकने के बाद फिर रवाना किया गया.
मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान मुख्तार अंसारी बाथरूम गया था. उसके लौटने के बाद काफिला फिर से रवाना हुआ. मुख्तार अंसारी इस हद तक सहमा हुआ था कि उसने रास्ते में पुलिस के हाथ से पानी पीने तक से इनकार कर दिया. रास्ते में काफिले को डिनर के लिए 88 पैकेट मुहैया कराए गए थे. इसके अलावा पानी के 200 एमएल की 238 बोतलें भी दी गई थीं. रास्ते में मुख्तार को भी डिनर का पैकेट दिया गया.
देर रात पहुंचा बांदा जेल
बता दें कि पूर्वांचल का माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी देर रात बांदा जेल पहुंच गया और वह अब बांदा जेल के बैरक नंबर 15 में रहेगा. इस बैरक से अंसारी का पुराना नाता है. एक बार अंसारी जब पहले भी गिरफ्तार हुआ था तो उसे इस जेल के 15 नंबर बैरक में ही रखा गया था. जानकारी के मुताबिक बैरक नंबर-15 तन्हाई सेल है, यानी मुख़्तार के साथ कोई अन्य कैदी नहीं होगा. वहीं मुख्तार के आने से पहले इस बांदा जेल को सीसीटीवी कैमरों से लैस कर दिया गया है. गौरतलब है कि दोपहर 2 बजकर 7 मिनट पर रोपड जेल के मुख्तार अंसारी को लेकर यूपी पुलिस का काफिला चला था. मुख्तार को लेकर निकले काफिले में लगभग 10 गाडियां शामिल थी, जिसमें एक एम्बुलेंस भी थी.