हरियाणा के नूंह की एक अदालत ने बूथ कैप्चरिंग (Booth Capturing), चुनाव और पुलिस अधिकारियों पर हमला करने और ईवीएम को नुकसान पहुंचाने (Damaging EVM) के आरोप में 10 लोगों को 10 साल के सश्रम कारावास (Rigorous Imprisonment) की सजा सुनाई है. उन्हें सरपंच उम्मीदवारों में से एक परवीन को गंभीर रूप से घायल करने का भी दोषी ठहराया गया था, जिसकी खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया था. घटना 24 जनवरी 2016 की है, जब सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल इंद्री (Government Senior Secondary School, Indri) में पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) के लिए मतदान चल रहा था. परवीन और कमल सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे.
दोषी ठहराए गए लोगों में परवीन (उम्मीदवार नहीं), गुलशन, बिल्लू, सतीश, सचिन, दीपक और दीपक और एक अन्य आरोपी दीपक का नाम शामिल है, जो सभी इंद्री के निवासी हैं, वहीं आटा गांव के आनंद और जगदीश और समयपुर गांव के मोबिन्दर वे जबरन स्कूल में घुसे, सरकारी अधिकारियों के साथ मारपीट की और मतदान बाधित किया. जिस वजह से चुनाव रद्द करना पड़ा और 27 जनवरी को हुआ, जिसमें कमल ने जीत हासिल की. अपराधी उनके समर्थक थे। प्रत्येक पर 30-30 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
तेज रफ्तार बुलेरो ने स्कूटी को मारी टक्कर
इधर रोहतक जिले के शेखपुर तितरी गांव के नजदीक मंगलवार को एक तेज रफ्तार बुलेरो ने स्कूटी को टक्कर मार दी. जिससे स्कूटी सवार युवक की मौत हो गई. इस हादसे के बाद चालक बुलेरो लेकर फरार हो गया. वहीं महम पुलिस स्टेशन ने चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार रोहतक के शेखपुर तितरी गांव निवासी दीपक अपने चचेरे भाई नरेश के साथ स्कूटी पर महम जा रहा था.
इलाज के दौरान हुई मौत
स्कूटी को नरेश चला रहा था. गांव से थोड़ा आगे निकलते ही वे रास्ते में शोच के लिए रुक गए. दीपक शोच के लिए खेत में चला गया जबकि नरेश स्कूटी पर बैठा रहा. इसी दौरान राजस्थान नंबर की तेज रफ्तार बुलेरो कार ने स्कूटी को टक्कर मार दी. जिससे नरेश सड़क पर गिर पड़ा और उसे गंभीर चोट आई. जबकि चालक बुलेरो लेकर फरार हो गया. इसके बाद दीपक राहगीरों की मदद से नरेश को इलाज के लिए सामान्य अस्पताल महम लेकर पहुंचा, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.