केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री व भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को उत्तराखंड में पार्टी के चुनाव अभियान का आगाज करने पहुंचे। यहां शाह ने राज्य सरकार की घसियारी कल्याण योजना का भी शुभारंभ किया है और कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। वहीं अमित शाह की प्रदेश पदाधिकारियों संग होने वाली बैठक और भाजपा कोर ग्रुप की बैठक रद्द कर दी गई।
जनसभा में उन्होंने जनता से अपील की कि वह आने वाले दिनों में कोई गलत फैसला न ले। शाह ने कहा कि हम लोग विकास को मानते हैं। गरीबों का दर्द जानते हैं। क्योंकि हमारे नेता चाय बेचने वाले परिवार में पैदा हुए। उन्होंने अपील की कि मोदी पर विश्वास करें और धामी को मौका दें। हम उत्तराखंड को बदल देंगे।
उन्होंने कहा कि गड्ढ़ा बहुत बड़ा है और पांच साल में नहीं भरेगा, इसलिए जनता एक मौका और दे। उन्होंने वादा किया कि पीएम मोदी और सीएम धामी उत्तराखंड के हर घर में खुशहाली लाने का काम करेंगे। उत्तराखंड में विकास की बयार तभी आई जब यहां पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार बनीं। शाह देहरादून के रेसकोर्स स्थित बन्नू स्कूल मैदान में सहकारिता विभाग के कार्यक्रम में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
संबोधन से पहले उन्होंने सहकारिता विभाग की मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत पशुपालन से जुड़ी महिलाओं को 75 प्रतिशतसब्सिडी पर दो किलो वैज्ञानिक ढंग से तैयार चारा मिलेगा। इससे एक लाख किसान भी लाभांवित होंगे। उन्होंने राज्य की 670 पैक्स समितियों का कंप्यूटरीकरण व गंगाजल अमृत योजना और सहकारी समितियों के ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन किया और सहकारिता ट्रेनिंग सेंटर के भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने महिला समूहों को पांच-पांच लाख के ऋण के चैक वितरित किए।
शाह ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि रावत साहब जनता आपको जान गई है। आप जरूर इलेक्शन लड़िए, मगर मैं आपको कहने आया हूं आप यहां मुख्यमंत्री थे। तब नकली शराब डेनिस का पूरा घपला घोटाला हुआ था। इसका उत्तराखंड को जवाब क्यों नहीं देते। उन्होंने जुम्मे की नमाज पर छुट्टी को लेकर कांग्रेस पर तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया।