उत्तर भारत (North India)में गर्मी अपने प्रचंड(summer at its fiercest) स्तर पर है। देश के 9 राज्यों में भीषण गर्मी(extreme heat) और लू का असर(extreme heat) देखने को मिला। रविवार को उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और गुजरात राज्य के कई जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के आगरा में 47.7 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा, जबकि मथुरा में 47.5 और झांसी में 47.2 डिग्री तक पारा पहुंच गया। भीषण गर्मी और गर्म हवाओं के कारण लोग खासे परेशान रहे। मौसम विभाग पहले ही उत्तर भारत में चार दिन तक हीटवेव चलने की संभावना जता चुका है।
मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश के दतिया में तापमान 47.5 दर्ज किया गया, जबकि राजस्थान में गंगानगर सबसे गर्म रहा, जहां 46.7 डिग्री पारा पहुंचा। वहीं बिहार में बक्सर में 44.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जो राज्य का सबसे गर्म वाला क्षेत्र रहा। इसके अलावा, पंजाब में बठिंडा 46.4 डिग्री सेल्सियस, हरियाणा के नूंह में 47.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया, जबकि चंडीगढ़ में पारा 44.2 तक रहा।
अगले तीन दिन यूपी में लू के आसार
मौसम विभाग के अनुसार, बुन्देलखंड में सोमवार को दिन का तापमान 45 से 47 डिग्री और अवध के इलाकों में 43 से 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने के आसार हैं। वहीं 20 से 23 मई के बीच पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में लू चलने की आशंका है। 21 मई से पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ आंधी चल सकती है, हवा की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है।
पहाड़ों में सैलानियों के छूटे पसीने
मैदान के अलावा पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड भी भीषण गर्मी से जूझते नजर आए। देहरादून में 40.5 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। गर्मी से राहत की तलाश में पहाड़ घूमने पहुंचे पर्यटक भी चढ़ते पारे से परेशान रहे। वहीं रुड़की में तापमान 41 डिग्री रहा, जबकि नैनीताल में 29 डिग्री को पारा छू गया, जो सामान्य से करीब दो डिग्री अधिक रहा। मौसम विभाग के अनुसार, इससे पहले मई में 2020 में अधिकतम तापमान करीब 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं हिमाचल प्रदेश में ऊना में सबसे अधिक तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं सोलन में 36.6 डिग्री पारा रहा, जिससे पर्यटकों को दिक्कत का सामना करना पड़ा।
राजस्थान में 22 मई से तेज लू चलने की संभावना
राजस्थान में भीषण गर्मी और लू का दौर जारी है और 22 मई से तेज लू चलने की संभावना है जिसमें सप्ताह भर कोई राहत नहीं मिलने का अनुमान है। जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आगामी 48 घंटों में मौसम में कोई खास बदलाव नहीं होगा और इसके बाद अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री और बढ़ोतरी होने एवं अंधड़ के साथ तेज हवा चलने की प्रबल संभावना है। बीकानेर, जयपुर, भरतपुर एवं कोटा संभाग के इलाकों में 45 से 46 डिग्री अधिकतम तापमान रिकॉर्ड हो रहा है और पिछले तीन-चार दिन से लू चल रही है और अगले दो-तीन दिन मौसम में कोई बदलाव की संभावना नहीं है।
किसबिहार में 20 से अधिक जिले लू व गर्मी की चपेट में
बिहार के पटना सहित 20 से अधिक जिले भीषण गर्मी और लू की चपेट में हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को 44.9 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर और 44.3 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद भीषण गर्मी का असर रहा। इसके अलावा, 15 जिलों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार रहा। मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश के 16 जिलों में एक से दो स्थानों पर सोमवार को हल्की बारिश के आसार हैं।
इस बीच, राजधानी के अधिकतम तापमान में रविवार को गिरावट आने के कारण शहर वासियों को आंशिक रूप से गर्मी से राहत मिली। अधिकतम तापमान में 3.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। राजधानी का अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
दक्षिण भारत में भारी बारिश की चेतावनी जारी
देश के उत्तर भारत में कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में हैं, वहीं दक्षिण भारत में बारिश का प्रकोप देखने को मिल रहा। मौसम विभाग ने केरल और तमिलनाडु में अगले 24 घंटे में भारी बारिश के आसार हैं, जिसको लेकर चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, केरल के कई हिस्सों में बारिश होने से पहाड़ी और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्कता बरतने का आग्रह किया। इसके अलावा, कर्नाटक आईएमडी ने रविवार और सोमवार को पथानामथिट्टा, कोट्टायम और इडुक्की जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
चार अन्य जिलों तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलाप्पुझा और एर्नाकुलम के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम, कन्नूर और कासरगोड जिलों में मध्यम वर्षा और 40 किलोमीटर प्रति घंटे वाली आंधी आने की भविष्यवाणी की है। इस दौरान इडुक्की जिला कलेक्टर ने रेड और ऑरेंज अलर्ट वापस लेने तक रविवार से जिले के पहाड़ी इलाकों में रात के दौरान यात्रा करने पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया।
इससे पहले, तिरुवनंतपुरम के दक्षिणी जिले में शनिवार रात भारी बारिश हुई, जिससे शहर और उसके उपनगरों में जल भराव होने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ। कुछ क्षेत्रों में राजधानी शहर और उसके उपनगरों को पार करने वाली नहरें उफान पर हैं।
तमिलनाडु के कई जिलों में बारिश जारी
मौसम विभाग के मुताबिक, तमिलनाडु के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने तेनकासी, तिरुनेलवेली और थेनी जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई। तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने उधगमंडलम (ऊटी), तेनकासी, होगेनक्कल और पश्चिमी घाट के अन्य स्थानों पर जाने वाले पर्यटकों को सुरक्षा निर्देशों का पालन करने के लिए कहा है। इससे पहले, तिरुवन्नामलाई के जमुनामारथुर और कन्याकुमारी के पेचिपराई में 12 सेमी और 10 सेमी वर्षा हुई।
निकोबार द्वीप पर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने दी दस्तक
भारत की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने रविवार को देश के दक्षिणी छोर निकोबार द्वीप पर दस्तक दे दी। IMD ने यहां यह जानकारी दी। मौसम कार्यालय ने कहा, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून रविवार को मालदीव के कुछ हिस्सों, कोमोरिन क्षेत्र और दक्षिण बंगाल की खाड़ी, निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण अंडमान सागर के कुछ हिस्सों में पहुंच गया है।
मॉनसून के 31 मई तक केरल पहुंच जाने की उम्मीद है। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 150 साल में केरल में मॉनसून की शुरुआत की तारीख व्यापक रूप से अलग-अलग रही है। केरल में मॉनसून सबसे देरी से 1972 में 18 जून को और सबसे पहले 1918 में 11 मई को पहुंचा था। मॉनसून पिछले साल आठ जून को, 2022 में 29 मई को, 2021 में तीन जून को और 2020 में एक जून को दक्षिणी राज्य में पहुंचा था।
चारों धाम में आज हल्की बारिश की संभावना
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में जहां तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच रहा है। वहीं पर्वतीय इलाकों में बारिश ने गर्मी से कुछ राहत दिलाई है। मौसम विभाग ने राज्य के चारधाम यानी केदारनाथ, बदरीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री में सोमवार को बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने 20 से 22 मई तक मैदानी इलाकों में लू चलने, पहाड़ी इलाकों में हवाएं और आकाशीय बिजली चमकने का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश, टिहरी और अल्मोड़ा जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।