सपा विधायक और पूर्व मंत्री आजम खां को गुरुवार को बड़ा झटका लगा है। भड़काऊ भाषण के मामले में उन्हें दोषी करार दिया गया है। तीन बजे के बाद अदालत सजा का ऐलान करेगी। कोर्ट में दोषी ठहराए जाते ही आजम खां को कस्टडी में ले लिया गया है। आजम के खिलाफ तीन धाराओं में केस दर्ज हुआ था। तीनों ही मामलों में उन्हें दोषी माना गया है। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आजम पर भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज किया गया था। अगर दो साल से ज्यादा की सजा मिलती है तो उनकी विधायकी भी चली जाएगी।
इससे पहले आजम खां ने फैसले की तारीख टालने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। उनकी ओर से कहा गया था कि मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। इसलिए फैसले की तारीख को आगे बढ़ाया जाए। कोर्ट ने उनकी दलील खारिज कर दी थी। मिलक कोतवाली में 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने पर यह मामला दर्ज किया गया था।
आजम पर कई मामले दर्ज
भड़काऊ भाषण का यह मामला वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव का है। आजम खां लोकसभा का चुनाव लड़़ रहे थे। तब सपा और बसपा का गठबंधन था। आजम खां चुनाव जीत गए थे। चुनाव प्रचार के दौरान उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन के कई मामले विभिन्न थानों में दर्ज हुए थे। इसमें एक मामला मिलक कोतवाली में हुआ था। इसमें उन पर आरोप है कि उन्होंने संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों और तत्कालीन जिलाधिकारी के लिए अपशब्द कहे। धमकी दी और दंगा भड़काने का प्रयास किया। उनके द्वारा वर्ग विशेष से धर्म के नाम पर वोट की अपील की गई। इन आरोपों के साथ वीडियो अवलोकन टीम के प्रभारी अनिल कुमार चौहान की ओर से आजम खां के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।