पाकिस्तान हमेशा से ही भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है। कोरोना संकट के बीच भी वह लगातार आतंकी साजिश को अंजाम देने में जुटा हुआ है। इसी बीच राम मंदिर निर्माण को लेकर पाकिस्तान द्वारा की गई टिप्पणी पर अयोध्या के संत भड़क गए है और उन्होंने पाकिस्तान को नसीहत भी दे डाली है। संतो ने कहा कि पाकिस्तान अपनी हद में रहे वरना इस्लामाबाद में भी राम मंदिर बनेगा।
संतों का कहना है कि पाकिस्तान का राम मंदिर को लेकर दखल देने का यही उद्देश्य है कि भारत में हिंदू और मुस्लिमों के बीच में वैमनस्य बना रहे। साधु-संतों ने भारत सरकार से मांग की है कि अब पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई कर करारा जवाब देना चाहिए। उधर बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी कहा कि पाकिस्तान भारत के अंदरूनी मामलों में दखल न दे।
संतों ने पाकिस्तान को भी नसीहत देते हुए कहा है कि यदि पाकिस्तान नहीं सुधरा तो इस्लामाबाद में भी भव्य राम मंदिर बनेगा, अब वह दिन दूर नहीं है। राम मंदिर और बाबरी मस्जिद पर पाकिस्तान राजनीति ना करें, ये हमारा अंदरूनी मामला है। राम मंदिर पर जो फैसला सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया है, उसे भारत के मुसलामानों ने स्वीकारा है।
इधर, बाबरी पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पूरे हिंदुस्तान का मुस्लिम समाज पूर्ण रूप से संतुष्ट था और अदालत के निर्णय को स्वीकार किया। पाकिस्तान बाबरी मस्जिद और राम जन्म भूमि के ऊपर राजनीति न करे यह हमारा अंदरूनी मामला है। इसमें पाकिस्तान दखल न दे। पाकिस्तान कौन होता है इस पर आपत्ति करने वाला? आज तक पाकिस्तान ने कोई भी अच्छा काम नहीं किया। पूरा विश्व कोरोनावायरस से जूझ रहा है। पाकिस्तान को चाहिए कि इसका इलाज खोजे।