राजस्थान के अजमेर जिले में एक मंदिर की चारदीवारी तोड़ने के बाद बवाल हो गया है. मिली जानकारी के मुताबिक शहर के वैशाली नगर में गुर्जर समाज के आराध्य देव नारायण भगवाान के मंदिर पर सोमवार देर रात अचानक हुई इस कार्रवाई के बाद समाज के लोगों में आक्रोश है. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोग जमा हो गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. हालांकि रात में पुलिस ने समझाइश कर लोगों को शांत किया. मंदिर की दीवार तोड़ने के बाद लोगों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से गुर्जरों समाज की भावनाएं आहत करने के लिए यह कार्रवाई की गई है.
वहीं अब समाज के नेताओं की ओर से मंगलवार को एक महापंचायत भी बुलाई गई है. फिलहाल इलाके में देर रात से भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है. इधर प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमण के तहत कार्रवाई की गई है.
बता दें कि देव नारायण मंदिर जिसकी दीवार तोड़ी गई है वह 200 साल पुराना है. वहीं देर रात कार्रवाई के बाद गुर्जर समाज के लोगों के अलावा मौके पर बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश भड़ाना और गुर्जर नेता धर्मा गुर्जर सहित समाज के पदाधिकारी पहुंचे गए. अब इस मामले में मंगलवार को कलेक्टर दोनों पक्षों की बात सुनेंगे.
आधी रात को PWD ने तोड़ी दीवार
घटना के बाद शहर एसडीएम महावीर प्रसाद शर्मा का कहना है कि सड़क सार्वजनिक निर्माण विभाग की है और पिछले दिनों विभाग को वहां अतिक्रमण को लेकर एक शिकायत मिली थी जिसके बाद एक नोटिस भी जारी किया गया था और सोमवार को मंदिर के अलावा सड़क पर अवैध रूप से बनाई गई चारदीवारी को तोड़ा गया है.
वहीं मंदिर समिति के पदाधिकारियों का पक्ष है कि मंदिर में 26 जनवरी को कलश और अन्य धार्मिक कार्यक्रम होने वाले थे जिसको लेकर तैयारियां चल रही थी और दीवार का निर्माण और रंग रोगन किया गया था. मंदिर से जुड़े लोगों का आरोप है कि प्रशासन को जानकारी देने के बाद भी आधी रात में नियमों का हवाला देकर दीवार तोड़ दी गई.
भावनाएं आहत करने का आरोप
गुर्जर समाज के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी सिटी विकास सांगवान, एडिशनल एसपी वैभव शर्मा और एसडीएम महावीर प्रसाद शर्मा सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे.