महाकुंभ पर संगमनगरी आने वाले लोगों को अब इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद उन्हें संगम कैसे जाना है। प्रयागराज में कौन-कौन से मंदिर एवं पर्यटन स्थल आदि हैं। ये सब जानकारियां स्टेशनों पर लगे इनफॉरमेशन कियोस्क की स्क्रीन टच करते ही चंद सेकंड में ही मिल जाएंगी।
महाकुंभ को लेकर रेलवे इस बार एक विशेष व्यवस्था करने जा रहा है। पहली बार रेलवे स्टेशनों पर डिजिटल कुंभ रेल सेवा इनफॉरमेशन कियोस्क लगाए जा रहे हैं। इससे बाहर से आने वाले यात्रियों को संगमनगरी से जुड़ी जानकारियां आसानी से मिलेंगी।
खास बात यह है कि इसके माध्यम से हिंदी ही नहीं, बल्कि अंग्रेजी, उड़िया, बंगाली, मराठी, तमिल, गुजराती समेत 12 क्षेत्रीय भाषाओं में यात्री ट्रेनों आदि की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
कियोस्क में लगी टच स्क्रीन से स्टेशन पर मौजूद यात्री सुविधाएं, संगम जाने का रास्ता, शहर के अन्य स्टेशनों की दूरी, ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान, हेल्प लाइन, महाकुंभ के बारे में जानकारी, खोया-पाया केंद्र, स्नान पर्व की तिथि, रेल टिकट बुकिंग आदि की सुविधाएं रहेंगी।
प्रयागराज जंक्शन लगा पहला कियोस्क
कियोस्क से यात्री गूगल नेविगेशन के माध्यम से अपने गंतव्य स्थान का रास्ता भी खोज सकते हैं। फिलहाल, इस तरह का पहला कियोस्क प्रयागराज जंक्शन पर लगाया गया है। हालांकि, अभी इसे इस्तेमाल में नहीं लाया जा रहा है। अभी इस तरह के 15 से 20 कियोस्क प्रयागराज जंक्शन समेत, सूबेदारगंज, प्रयागराज छिवकी एवं नैनी स्टेशन पर भी लगाए जाएंगे।
महाकुंभ में यात्री सुविधा को लेकर इस बार तमाम कार्य किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब इनफाॅरमेशन कियोस्क भी लगाया जा रहा है। मंडल के स्टेशनों पर 15 से 20 कियोस्क लगाने की योजना है।-अमित कुमार सिंह, पीआरओ, प्रयागराज मंडल