उत्तर भारत में छाई घनी धुंध व लाडोवाल ट्रैक पर मुरम्मत सहित अन्य कारणों के चलते ट्रेनें देरी से संचालित हो रही है। इसके चलते यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। पंजाब के विभिन्न हिस्सों सहित विभिन्न राज्यों में धुंध का प्रकोप देखने को मिल रहा है। खराब दृश्यता के कारण ट्रेन सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं, जिससे यात्री परेशान हो रहे हैं। कई ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं, और यात्रियों को स्टेशन पर लंबे समय तक इंतजार करना पड़ रहा है।
वहीं, पंजाब की बात की जाए तो आसपास के इलाकों में दृश्यता का स्तर बेहद कम हो चुका है, जिससे रेलवे के ट्रेन की गति धीमी करनी पड़ रही है। सूत्रों के मुताबिक सुबह तड़कसार पंजाब के विभिन्न स्थानों पर रेल ट्रैक के नजदीक दृश्यता 50 मीटर से भी कम आंकी गई, जिससे ट्रेनों का संचालन मुश्किल हो गया। इसी कारण के चलते स्थानीय और लंबी दूरी की कई ट्रेनें निर्धारित समय से घंटों लेट चल रही हैं। वहीं, जालंधर से होकर गुजरने वाली कई प्रमुख ट्रेनों का संचालन पहले ही प्रभावित चल रहा है। जबकि कई ट्रेनों को रद्द भी किया गया है।
इसी के चलते जालंधर कैंट व सिटी स्टेशन पर यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ठंड के बीच घंटों इंतजार कर रहे यात्रियों ने बताया कि 1 घंटा देरी से दिखने वाली ट्रेनें 2 घंटे व उससे भी देरी से आ रही है। उधर, ठंड के बीच वेटिंग रूम भरे हुए हैं, और ठंड में बच्चों के साथ इंतजार करना यात्रियों के लिए बहुत मुश्किल हो रहा है। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे यात्रा से पहले अपनी ट्रेन की लाइव स्थिति की जांच करें। स्टेशन पर विशेष हैल्पलाइन नंबर और अनाऊंसमैंट के जरिए यात्रियों को जानकारी दी जा रही है। वहीं, रेलवे द्वारा ट्रेन चालकों को धीमी गति से ट्रेन चलाने के निर्देश दिए गए हैं और फॉग-सिग्नलिंग उपकरणों का अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, यात्रियों ने स्टेशन पर बेहतर इंतजाम की मांग की है ताकि देरी के दौरान उन्हें ठंड में ज्यादा दिक्कत न हो। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना पहले से बनानी चाहिए और वैकल्पिक साधनों पर विचार करना चाहिए।