आईसीसी टी20 विश्व कप के ग्रुप चरण का अंत हो चुका है. कुछ टीमों को निराशा मिली है तो चार टीमों ने अपने विश्व कप जीतने के सपने को जिंदा रखा है. चार में से दो टीमें ही फाइनल में पहुंचेंगी. ऐसे में टूर्नामेंट में अभी रोमांच की असल शुरुआत हुई है. ग्रुप दौर में भी कम रोमांच नहीं था. बल्लेबाज जहां अपने बल्ले से रनों की बरसात कर रहे थे तो वहीं गेंदबाज भी अपनी गेंदों से कमाल दिखा रहे थे. हम उन्हीं गेंदबाजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो ग्रुप दौर के बाद सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में आगे हैं.
ग्रुप दौर के बाद सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में श्रीलंका के वानिंदु हसारंगा सबसे आगे हैं. हसारंगा ने आठ मैचों में कुल 16 विकेट अपने नाम किए. इस दौरान उनका इकॉनमी 5.20 का रहा है और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नौ रन देकर तीन विकेट रहा है. लेकिन ये लेग स्पिनर अपनी टीम को सेमीफाइनल में नहीं पहुंचा सका.
ऑस्ट्रेलिया के एडम जाम्पा दूसरे नंबर पर हैं. उन्होंने पांच मैचों में 11 विकेट चटकाए हैं. उन्होंने 5.73 की औसत से रन खर्च किए. इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 19 रन देकर पांच विकेट रहा है.
न्यूजीलैंड की टीम सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रही. इसमें उसके तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का अहम रोल रहा. बोल्ट ने पांच मैचों में 11 विकेट लिए हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 17 रन देकर तीन विकेट रहा है. उन्होंने 5.84 की इकॉनमी से रन खर्च किए हैं.
बांग्लादेश की टीम भी सेमीफाइनल में नहीं जा सकी. लेकिन उसके गेंदबाज शाकिब अल हसन ने अपनी गेंदों से जरूर कमाल किया. शाकिब ने छह मैचों में 11 विकेट अपने नाम किए.
साउथ अफ्रीका के ड्वेयान प्रीटोरियस भी पांच मैचों में नौ विकेट अपने नाम करने में सफल रहे हैं. इस गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 17 रन देकर तीन विकेट रहा है. उन्होंने 6.88 की इकॉनमी से रन खर्च किए.
वहीं भारतीय गेंदबाजों की बात की जाए तो टॉप-5 में एक भी भारतीय नहीं है. भारत के तरफ से सबसे सफल जसप्रीत बुमराह रहे जिन्होंने पांच मैचों में सात विकेट लिए हैं. बुमराह का इकॉनमी 5.08 रहा है और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 10 रन देकर दो विकेट रहा.