उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस (Uttarakhand Foundation Day) के मौके पर उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) सरकार ने ‘उत्तराखंड गौरवसम्मान-2021’ का ऐलान किया है. राज्य सरकार पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी (मरणोपरांत) (ND Tiwari), प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉन्ड, पर्यावरणविद् डॉ अनिल प्रकाश जोशी, प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी और पर्वतारोही बचेंद्री पाल को पुरस्कार से सम्मानित करेगी. लेकिन अब इस पुरस्कार को लेकर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ही सवाल उठा रही है. वहीं एनडी तिवारी के जरिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाने का मास्टर स्ट्रोक खेला, जिसको लेकर कांग्रेस खेमे में हलचल है.
दरअसल, ये दूसरा मौका है जब धामी सरकार ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी के जरिए उनके समर्थकों और चाहने वालों को साधने की कोशिश की है. एनडी तिवारी उत्तराखंड के बड़े नेता थे और पूरे उत्तराखंड खासतौर से उधमसिंह नगर में उनके समर्थकों की बड़ी संख्या है. क्योंकि उधमसिंह नगर जिले का विकास एनडी तिवारी के कार्यकाल में सबसे ज्यादा हुआ और देशभर के उद्योगों को एनडी तिवारी अपनी संबंधों और जरिए संपर्कों के जरिए लेकर आए. लिहाजा एनडी के जरिए पुष्कर सिंह धामी ने ये सियासी चाल चली है. जो कांग्रेस को हजम नहीं हो रही है और वह राज्य सरकार के इन पुरस्कारों पर ही सवाल उठा रही है. असल में धामी पहले भी कांग्रेस को एनडी के जरिए झटका दे चुकी है. राज्य में तीन बार कांग्रेस पार्टी की सरकार रही और उसमें दो बार मुख्यमंत्री हरीश रावत रहे हैं. जो सियासी तौर पर एनडी के विरोधी माने जाते रहे हैं. लेकिन कांग्रेस की सरकार कोई भी पुरस्कार एनडी तिवारी के नाम पर शुरू नहीं कर सकी.
एनडी तिवारी के नाम पंतनगर का नाम बदल चुकी है धामी सरकार
पिछले दिनों ही एनडी तिवारी के जन्मदिन व पुण्यतिथि के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पंतनगर औद्योगिक क्षेत्र का नाम बदलकर एनडी तिवारी के नाम पर करने का फैसला किया. जिसको लेकर कांग्रेस को बैक फुट पर आ गई. वहीं राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर एनडी को पुरस्कार देने के ऐलान के बाद कांग्रेस को लग रहा है कि बीजेपी एनडी तिवारी की लोकप्रियता को भुनाने की कोशिश कर रही है. इसे राज्य की धामी सरकार का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. इसके जरिए धामी सरकार ने कांग्रेस पर एक बार फिर राजनीतिक बढ़त हासिल करने की कोशिश की है. राज्य सरकार पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी को समाजसेवा और जनसेवा के क्षेत्र में यह पुरस्कार दे रही है.
एनडी के धुर विरोधी हरीश रावत ने उठाए सवाल
वहीं राज्य सरकार द्वारा पुरस्कारों के प्रस्ताव पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड गौरव पुरस्कार के नाम पर सवाल उठाए. लेकिन देर शाम सरकार ने उत्तराखंड गौरव सम्मान के पुरस्कारों की घोषणा की और इसमें कांग्रेस के नेता एनडी तिवारी के नाम को भी शामिल किया. वहीं बीजेपी ने कांग्रेस पर पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की उपेक्षा का आरोप लगा है और कहा कि राज्य में उद्योगों को लाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता. बीजेपी ने सवाल किया आखिर कांग्रेस को इन पुरस्कारों और एनडी तिवारी के नाम से दिक्कत क्यों है?