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RJD पार्टी से हटा लालू यादव का नाम! ऑफिस के बाहर लगे पोस्टर से सामने आई पूरी सच्चाई

विधानसभा चुनाव शुरू होने वाला है. लेकिन उससे पहले ही बिहार में राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है. चुनाव से पहले ही सियासी पार्टियां एक-दूसरे पर कटाक्ष करने में लग गई हैं. यहां तक कि अब बिहार में पोस्टर-बैनर का खेल खेला जा रहा है. इसके जरिए पार्टियां एक-दूसरे पर निशाना साध रही हैं. एक तरफ जेडीयू (JDU) पटना के चौक-चौराहों पर लालू के साथ उनके परिवार पर हमला बोलते हुए पोस्टर टंगवा रही है तो वहीं, दूसरी तरफ एक पोस्टर के जरिए PM मोदी और CM नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की खास जोड़ी को दिखाया जा रहा है. इसके साथ ही नीतीश के डीएनए वाले सवाल पर भी कई अलग तरह के पोस्टर लगवाए गए हैं. लेकिन इन सभी पोस्टरों में से एक खास पोस्टर RJD दफ्तर के बाहर टंगा है. जिसमें केवल तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) का ही चेहरा दिखाया गया है.

दरअसल RJD का जो पोस्टर लगवाया गया है उस पर केवल तेजस्वी यादव ही दिखाई दे रहे हैं. उनके अलावा पोस्टर पर कोई और नेता नहीं दिखाई दे रहा है. हैरानी वाली बात तो ये है कि पोस्टर पर RJD के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और तेजप्रताप यादव का कोई नामो निशान भी नहीं है. बता दें कि RJD की ओर से जो पोस्टर पार्टी कार्यालय के बाहर लगा है उसमें तेजस्वी को परिवर्तन की छवि के जैसे दिखाया गया है. ऐसे में अब सवाल ये उठ रहा है कि अपने ही पिता की दी हुई राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने वाले तेजस्वी के पोस्टर से पिता लालू यादव को कैसे गायब कर दिया गया है? इसके साथ ही सवाल ये भी उठ रहा है कि क्या लालू की इमेज से तेजस्वी अपना पीछा छुड़ाने की कोशिश में लगे हैं?

इस तरह के सवाल उठना लाजमी है. क्योंकि साल 2019 की बात है जब चुनाव से कुछ समय पहले ही लालू प्रसाद यादव की गैर मौजूदगी में तेजस्वी यादव ने आरजेडी की पूरी कमान अपने हाथ में ले ली थी. उनका ये रूप देखकर लोगों में ऐसा विश्वास पैदा होने लगा था कि वो बिहार की राजनीति में पिता से कुछ अलग करने की चाह रखते हैं और करके भी दिखाएंगे. जानकारों के मुताबिक शुरुआती वक्त में तेजस्वी का तेवर काफी सही रहा और उन्होंने कई लुभावने सियासी तीर भी छोड़े हैं. यहां तक कि लोकसभा चुनाव (Lok sabha Election) से ठीक कुछ वक्त पहले ही उन्होंने खुद को ऐसे प्रसेंट किया जैसे वो खुद बिहार का नेतृत्व के लिए तैयार हैं. लेकिन चुनाव से पहले जब उन्होंने सवर्ण आरक्षण का विरोध किया, तो लोगों का विश्वास एक झटके में चकनाचूर हो गया और ये अहसास होने लगा कि वो भी लालू की राह पर  चल पड़े हैं.

पोस्टर से लालू यादव की तस्वीर गायब होने को लेकर RJD नेताओं की ओर से ये बात कही गई है कि, तेजस्वी पार्टी के सेनापति हैं, इस वजह से उनकी तस्वीर पोस्टर में है. रही बात पार्टी के विचारधारा की तो वो लालू यादव के सिद्धांत पर ही चल रही है. ऐसे में जिनको जो कहना है इस बारे में कहने दीजिए.