मणिपुर (Manipur) में मंगलवार रात इस साल का पहला हमला (attack) हुआ, जब संदिग्ध उग्रवादियों (Suspected militants) ने इंफाल वेस्ट (Imphal West) के कंगचुप फयेंग गांव में ड्रोन से बमबारी (bombing by drones) की। यह हमला उसी गांव में हुआ, जिसे पिछले साल नवंबर में भी निशाना बनाया गया था। हमले में किसी के मारे जाने की खबर नहीं है। बमबारी घटनास्थल एक अस्थायी पुलिस बैरक और संतरी पोस्ट से मात्र 15 फीट की दूरी पर था। पुलिस का कहना है कि दोनों बम ड्रोन से गिराए गए, और यह हमला करीब 9:30 बजे तीन मिनट के अंतराल में हुआ।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मौके पर बम के प्रोपेलर बरामद किए हैं। बुधवार को फॉरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और बम के टुकड़ों को जब्त किया। मणिपुर पुलिस विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “मणिपुर पुलिस कमांडो और लामसांग पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। हालांकि, इसके बाद कोई गोलीबारी नहीं हुई। हम किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए आवश्यक सुरक्षा कदम उठा रहे हैं।”
गांववासियों में दहशत, ड्रोन पर निगरानी की अपील
गांव के एक निवासी, अजित ने कहा, “11 नवंबर के बाद से क्षेत्र में कोई ड्रोन नहीं दिखा था। लेकिन पिछले तीन दिनों से यहां लगातार ड्रोन उड़ते देखे गए। हमने सोचा ये निगरानी ड्रोन होंगे, इसलिए घबराए नहीं।” उन्होंने आगे कहा, “कल रात, बम बैरक और संतरी पोस्ट के पास ही फटे। अगर ये बम आबादी वाले क्षेत्र में गिरते, तो भारी जनहानि हो सकती थी।”
बिष्णुपुर में भारी मात्रा में हथियार बरामद
इस बीच, बुधवार को राज्य और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने बिष्णुपुर जिले के ऐगेजांग और लैमराम उयोक चिंग के बाहरी क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए। इस ऑपरेशन में मणिपुर पुलिस कमांडो और 33वीं असम राइफल्स की टुकड़ी ने भाग लिया। बरामद हथियारों में एक सेल्फ-लोडिंग राइफल, एक स्नाइपर राइफल, 36 ग्रेनेड और एक मोर्टार ट्यूब लॉन्चर शामिल हैं। यह ऑपरेशन खुफिया रिपोर्ट के आधार पर किया गया, जिसमें उग्रवादियों और छुपे हुए हथियारों की जानकारी दी गई थी। मणिपुर पुलिस और सुरक्षा बलों ने इस घटना को लेकर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है।