पाकिस्तान (Pakistan) की सेना (Army) ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) प्रांत में तीन अलग-अलग आतंकवाद विरोधी अभियानों में 30 आतंकवादी (30 terrorists) मारे गए हैं. सेना द्वारा आतंकवाद विरोधी अभियान (operation) पाकिस्तान के लक्की मारवात, करक और खैबर जिलों में चलाया गया. सेना ने एक बयान में कहा कि लक्की मारवत जिले में 18 आतंकवादियों को ‘जहन्नुम में भेज दिया’, जबकि करक में आठ आतंकवादी मारे गए. सेना ने कहा कि लक्की मारवत मुठभेड़ में छह आतंकवादी घायल हुए हैं.
पाकिस्तान में पुलिस द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि घटना स्थल से भारी संख्या में हथियार भी बरामद किया गया है. इससे पहले 17 जनवरी को खैबर जिले के तिराह इलाके में एक खुफिया-आधारित ऑपरेशन में पांच आतंकवादी मारे गए थे. वही खैबर जिले के बाग इलाके में एक अन्य मुठभेड़ में, सुरक्षा बलों ने चार आतंकवादियों को मार गिराया, जिनमें सरगना अजीज उर रहमान उर्फ कारी इस्माइल और मुखलिस शामिल थे. वहीं सेना द्वारा चलाए गए, इस अभियान में दो आतंकवादी घायल हो गए.
आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करना है
पाकिस्तान के राष्ट्रपति जरदारी ने 30 आतंकवादियों के मारे जाने को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों का अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक आतंकवाद पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता. वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज ने भी सुरक्षा बलों की तारीफ की है. साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान सभी प्रकार के आतंकवाद को खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
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टीटीपी के खिलाफ सेना अभियान चला रही है
पिछले कुछ महीनों में, पाकिस्तान ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है. 2021 में अफगान तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा करने के बाद से उत्साहित हो गया है. बता दें कि टीटीपी या पाकिस्तान तालिबान एक अलग समूह है. CRSS रिपोर्ट के अनुसार साल 2024 पाकिस्तान के नागरिक और सैन्य सुरक्षा बलों के लिए इस दशक का सबसे घातक साल रहा. इस वर्ष 444 आतंकवादी हमले हुए, जिसमें 685 लोगों की मौतें हुईं.